उत्तराखंड हरिद्वार

आइएएस् अंशुल ने धर्म नगरी को बनाया खेल नगरी, दी नई पहचान

 

हरिद्वार।

उत्तराखंड कैडर के आईएएस अधिकारी अंशुल सिंह (2019 बैच) का हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) में उपाध्यक्ष के रूप में दो वर्ष का कार्यकाल हाल ही में समाप्त हुआ है। जुलाई 2023 से पदभार संभालने के बाद उन्होंने शहर के नियोजित विकास, खेल सुविधाओं और जनकेंद्रित योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया, जिससे हरिद्वार को “धर्मनगरी” से “खेलनगरी” की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अक्टूबर 2025 में उन्हें अल्मोड़ा के जिलाधिकारी पद पर स्थानांतरित किया गया है, लेकिन उनके प्रयासों की चर्चा अब भी जोरों पर है।

अंशुल सिंह ने एचआरडीए को पारदर्शिता और ईमानदारी का प्रतीक बनाया। उनके नेतृत्व में प्राधिकरण ने खेल सुविधाओं पर विशेष जोर दिया। लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से हरिद्वार में विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया, जिसमें बैडमिंटन, क्रिकेट और फुटबॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मार्च 2025 में इसका उद्घाटन हुआ, और आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था की गई। ओलंपियन लक्ष्य सेन के पिता डी.के. सेन ने इसकी सराहना करते हुए कहा, “यह कॉम्प्लेक्स स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मौका देगा।”

इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का काम नवंबर 2024 तक लगभग पूरा हो गया, जबकि फ्लाईओवरों के नीचे स्पोर्ट्स जोन विकसित किए गए। वेटरन्स क्रिकेट चैंपियनशिप जैसे आयोजनों ने शहर को खेल हब के रूप में स्थापित किया। सिंह ने बताया, “हमारा लक्ष्य युवाओं को खेल के माध्यम से सशक्त बनाना था, और यह प्रयास सफल रहा।”

डिजिटल सुधारों में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा। दिसंबर 2023 में लॉन्च ‘उदय ऐप’ के जरिए लोग घर बैठे नक्शे पास करा सकते हैं। मई 2025 तक सुशासन कैंपों में 294 नक्शे स्वीकृत हुए, जिससे 3.21 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। लघु आवासीय भवनों के लिए मुफ्त आर्किटेक्ट सुविधा शुरू की गई, जिसने भ्रष्टाचार को कम किया और सेवाओं को पारदर्शी बनाया।

अवैध निर्माणों पर सख्ती बरतते हुए सिंह ने भूमाफियाओं को अल्टीमेटम दिया। 10 बीघा अवैध प्लाटिंग सील की गई, और श्यामपुर में गंगा किनारे अवैध रिजॉर्ट पर कार्रवाई हुई। आवास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल के निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू किया गया।

ग्रामीण विकास में भी प्रगति हुई। जून 2025 की बोर्ड बैठक में पुराने मकानों को तोड़कर नए बनाने की अनुमति आसान की गई। गांवों में पार्क और खेल मैदान बनाए गए, जबकि इंद्रलोक आवासीय योजना का रिनोवेशन कर फ्लैट्स को बाजार में उतारा गया। नारसन बॉर्डर पर भव्य स्वागत द्वार, भगवानपुर में झील का सौंदर्यीकरण और हाईवे पर पौधारोपण जैसे कार्यों ने शहर की सौंदर्यता बढ़ाई।

स्वच्छता अभियान में सिंह ने व्यक्तिगत रूप से नेतृत्व किया। कांवड़ मेला 2025 के बाद जुलाई में शंकराचार्य चौक से गुरुकुल तक सफाई अभियान चलाया, जिसमें नगर निगम का सहयोग लिया गया। ओम पुल और रोड़ी बेलवाला क्षेत्रों से कूड़े का निस्तारण किया गया।

स्थानीय निवासियों ने सिंह के कार्यों की सराहना की है। एक निवासी ने कहा, “उनके आने से एचआरडीए जनता के करीब आया। विकास अब सिर्फ कागजों पर नहीं, जमीन पर दिख रहा है।” अल्मोड़ा में नए पद पर जाते हुए सिंह ने कहा, “हरिद्वार मेरी जड़ें हैं, यहां के विकास को हमेशा याद रखूंगा।”

पशु प्रेमी भी है आई ए एस अंशुल सिंह

hrda मे अपने कार्यकाल के दौरान आस पास के सभी आवारा पशुओं खास तौर पर डॉग्स को बड़ी राहत मिली। उनको एक रहनुमा ही नहीं आसरा भी मिला, जो डॉग्स मायापुर क्षेत्र मे बड़ी मुश्किल से अपना जीवन यापन कर रहे थे, उन्हे मानो संजीविनी मिल गयी, अंशुल सिंह द्वारा सभी का निगम मे रजिस्ट्रेषण करवाया गया उनकी मेडिकल जाँच समय समय पर होने से क्षेत्र के सभी डॉग्स स्वस्थ ओर तंदरुस्त है उन्हे समय पर भोजन भी मिलता है आसरा भी मिला है, 

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *