उत्तराखंड हरिद्वार

विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर निकाली जन जागरण रैली

-भूटान सहित अनेक देशों में तंबाकू का प्रयोग निषिद्ध है, इन देशों से सीख लेना चाहिए: शैल दीदी
हरिद्वार।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर शांतिकुंज परिवार ने जन जागरण रैली निकाली। इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना है। इस रैली में शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्ता सहित विभिन्न साधना व प्रशिक्षण शिविरों में आये प्रशिक्षण थयों ने भाग लिया। तंबाकू भगाआे—देश बचाआे, पान बीड़ी और शराब—स्वास्थ्य को करते खराब, नशा नाश की जड$ है जैसे विभिन्न नारे लगाये गये। अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डा. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि किसी भी रूप में तंबाकू का अधिक सेवन क्षय रोग, हृदय रोग, उदर रोग, नेत्रों की खराबी सहित अनेक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। पैरों की नसों से लेकर मस्तिष्क तक को भारी नुकसान पहुंचाता है। इस समय युवाओं को तंबाकू जैसी खतरनाक नशे के सेवन से बचाना है तभी हमारा देश विकसित व सभ्य देश बन पायेगा। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक शैक्षणिक संस्थानों में हुए रिचर्स से पता चला है कि भयानक कैंसर रोग का एक बड़ा कारण धूम्रपान ही है। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि भूटान सहित अनेक देशों में तंबाकू का प्रयोग निषिद्ध है, भारत को इन देशों से सीख लेना चाहिए। दीदी ने कहा कि दुर्व्यसन मनुष्य के वास्तविक प्राणघातक शत्रु हैं। इनमें मादक पदार्थ प्रधान हैं। तंबाकू, चरस, भांग, अफीम, शराब आदि नशीली चीजें एक से एक बढ़कर हानिकारक हैं। शांतिकुंज के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने कई दशक पूर्व ही दुर्व्यसन मुक्त भारत की परिकल्पना की थी और अपने शिष्यों को इस दिशा में कार्य करने के लिए सदैव प्रेरित करते रहे। वर्तमान समय में डा. प्रणव पण्ड्या व शैल दीदी ने मार्गदर्शन एवं युवा आइकॉन डा. चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।

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