हरिद्वार।
पिछले काफी समय से बदहाल पड$ी कृषि मंडी समिति की व्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। इसे सचिव का जुनून कहे या उनका अनुभव मंडी स्थल एकाएक बदला—बदला नजर आने लगा है। मंडी सचिव लवकेश गिरी के चार्ज संभालने के बाद जहां एक और राज्य सरकार को कृषि मंडी से राजस्व की तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है, तो वही मंडी में कार्य करने वाले व्यापारियों, प्राइवेट मजदूरों व पल्लेदारों के विकास और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी नई-नई योजनाओं को अमली जामा पहनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिलाधिकारी के निरीक्षण के बाद सफाई ठेकेदार को मंडी सचिव ने नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही व्यवस्थाआें को बेहतर करने के लिए सचिव ने अधीनस्थों के पेंच भी कसने शुरू कर दिए हैं। बता दें कि मंडी में सफाई को लेकर जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण में विशेष रूप से सफाई व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए थे। पल्लेदारों की स्थिति को स्पष्ट करते हुए इस संबंध में जानकारी देते हुए कृषि उत्पादन मंडी समिति के सचिव लवकेश गिरी ने बताया कि मंडी समिति के साथ—साथ व्यापारियों व मंडी में काम करने वाले मजदूरो, पल्लेदारों के विकास के लिए भी कार्य किए जा रहे है। सचिव ने बताया कि मजदूरों व पल्लेदारों का पंजीकरण कराना मंडी समिति का काम नही है। पल्लेदारों ने कभी अपने काम व काम के लिए मिलने वाली मजदूरी की या अन्य किसी समस्या को लेकर मंडी समिति को कोई शिकायत नही की। अगर फिर भी किसी को समस्या है तो वह हमें शिकायत करें जिसका तत्काल संज्ञान लेकर हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी में सभी व्यवस्थाएं पहले से बेहतर की गई है। जिलाधिकारी ने भी अपने निरीक्षण में व्यवस्थाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया। साथ ही व्यपारियों की भी कोई शिकायत नही है। कृषि मंडी यूनियन के अध्यक्ष इमरान मंसूरी ने कहा कि मंडी समिति में व्यवस्थाएं पहले से बेहतर हुई है। जहां तक मजदूरों और पल्लेदारों की बात है तो उन्हें भी कोई परेशानी नही है न ही उन्होंने कभी किसी संबंध में शिकायत की है। व्यपारियों ने भी यूनियन मीटिंग में मंडी समिति की कार्यशैली को लेकर कुशलता व्यक्त की है।