हरिद्वार।
जनपद में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना (ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना), महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशों के क्रम में, जनपद हरिद्वार के समस्त विकास खंडों में अल्ट्रा पूवर सपोर्ट, एंटरप्राइजेज (फर्म और नन फर्म), सीबीआई लेवल के इंटरप्राइजेज की स्थापना की गई है, इसी कड़ी में, ग्राम उदल हेडी की निवासी बबली ने अपनी द्रढ$ इच्छाशक्ति और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के सहयोग से एक सफल प्रोविजन स्टोर की स्थापना कर आत्मनिर्भरता की एक नई मिसाल कायम की है।
बबली, जो पहले एक गृहिणी थीं और निम्न वर्गीय परिवार से होने के कारण जीवन संघर्षों से भरा था , अब शिव स्वयं सहायता समूह की एक सक्रिय सदस्य हैं$ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की सहायता से वह एसएचजी से जुड़ी और अपनी पहचान बनाई. ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के स्टाफ द्वारा लगातार बैठकों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के बाद , उन्होंने एक एकल उद्यम (प्रोविजन स्टोर) के रूप में प्रोविजन स्टोर खोलने का निर्णय लिया। ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना ने उनके इस सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई$ परियोजना से उन्हें 75 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। जिसके साथ 75 हजार रुपये लाभार्थी अंशदान और डेढ लाख रुपये बैंक ऋण के रूप में कुल तीन लाख रुपये की लागत से प्रोविजन स्टोर की शुरुआत हुई। इस सहयोग के परिणाम स्वरूप, बबली अब प्रति माह 15 से 2 हजार रुपये की आय अर्जित कर रही हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। बबली ने ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना का धन्यवाद किया है, ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना जैसी पहलें वास्तव में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाआें को सशक्त कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध हो रही हैं।