उत्तराखंड हरिद्वार

गौवंश के बलिदान के बाद जागा नगर निगम

हरिद्वार। पतदीप मैदान में कूड़ा ट्रांसफर सेंटर को हटाने के संबंध में नगर निगम के विरुद्ध 4 दिन से चल रहे धरना प्रदर्शन में आज एक नया मोड़ आया जब धरना देने वाले लोग धरना स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कूड़ा ट्रांसफर सेंटर में एक निराश्रित गोवंश की मृत्यु हो रखी है और कुत्तों ने उसका शरीर बुरी तरह से फाड़ रखा है जिसको लेकर आंदोलन करने वाले लोगों में भारी आक्रोश आ गया। उन्होंने एक छोटा हाथी में गोवंश का शव रखकर भीमगोडा को होते हुए हर की पौड़ी मार्ग से नगर निगम प्रांगण में रखकर नगर निगम के विरुद्ध खूब नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया। तभी तत्काल मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान उपस्थित हुई एवं प्रदर्शन कर्ताओं से वार्ता कर उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित लोगों ने समझौते को नकार दिया। तब नगर आयुक्त वरुण चौधरी द्वारा एक पत्र कूड़ा घर की शिफ्टिंग को लेकर आश्वासन के रूप में दिया गया और उन्होंने कहा की तीन माह के भीतर उक्त कूड़ा घर को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। वहां पर किसी भी प्रकार का स्थाई निर्माण आर सीसी के द्वारा नहीं किया जाएगा। जो भी कूड़ा वहां पर डाला जाएगा उसको तत्काल प्रभाव से उठाया जाएगा। अब हम संबंधित विभागों को भी वह एनजीटी के नियमों को भी मानते हुए नए कूड़ा पॉइंट को बनाया जाएगा। धरना पर बैठे अनिकेत गिरी ने बताया कि आज जो गोवंश की मृत्यु यहां हुई है वह निरंतर 2 वर्षों से इसी प्रकार होती आ रही है। इसको लेकर वह काफी दुखी है स्थानीय निवासी जो उनके सहयोग में धरना स्थल पर से वह सब भी नगर निगम प्रांगण में पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया। नगर निगम के आल्हा अधिकारियों ने यह आश्वासन लिखित रूप में सभी के समक्ष दिया है। साथ ही उक्त कूड़ा पॉइंट पर एक व्यक्ति की नियुक्ति भी की गई है जो कोई भी गोवंश अंदर नहीं जाने देगा। यदि इनमें से किसी भी शर्त का उल्लंघन होता है तो अनिकेत गिरी ने यह चेतावनी दी है वह पुनः अपने सभी साथियों के साथ अब नगर निगम प्रांगण में ही धरना देंगे। प्रदर्शन कर्ताओं में तरुणा चोपड़ा, अंजू दत्त, राकेश शर्मा, धीरज पाराशर ,इशांत उपाध्याय, रूद्र गिरी ,श्रवण गिरी ,अभिषेक गोस्वामी, कपिल शर्मा जौनसारी, गौरी शंकर कौशिक, शिव कुमार कश्यप , ऋषभ कांत गिरि, अभिषेक घोषाल, विपिन यादव, अंकुश कुमार, सुभाष चंद्र , राहुल ममगाई, आशीष शर्मा, नरेश गिरी आदि सभी रहे।

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