हरिद्वार।
चाइनीज मांझे को लेकर पुलिस—प्रशासन ने भले ही सख्ती की हुई हो लेकिन नशे की तरह मांझे पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध नही लग सका। जिस कारण वसंत पंचमी पर जमकर चाइनीज मांझे का प्रयोग हुआ। गली—मोहल्लों में चोरी—छिपे चाइनीज मांझे के गट्टू की बिक्री चलती रही। जिस कारण दिन भर कई लोगों के चाइनीज मांझे से घायल होने की खबरे आती रही। कई लोग डर के कारण रात तक घरों से नही निकलें। सोशल मिडिया पर कई लोगों ने चाइनीज मांझे का प्रयोग ना करने की भी अपील की। इसके बावजूद भी लोग नही माने। वहीं इन घटनाओ का जिम्मेदार केवल पुलिस—प्रशासन ही नही वह लोग भी है, जो इस मांझे का इस्तेमाल कर रहे है।
गौरतलब है कि वसंत पंचमी पर जहां कुछ लोगों ने चाइनीज मांझे का बहिष्कार किया, तो कहीं जमकर इसका प्रयोग किया गया। पंचपुरी में जमकर चाइनीज मांझे से पतंगबाजी की गई। पुलिस—प्रशासन की सख््ती और कार्रवाई के बावजूद भी चाइनीज मांझे पर पूरी तरह प्रतिबंध नही लग पाया। वसंत से एक दिन पहले देर रात तक घरों से चाइनीज मांझे के गट्टू बिकते रहे। रविवार सुबह से ही पंचपुरी के अधिकतर इलाकों में चाइनीज मांझे का जाल बिछा रहा। कई लोगों ने भय के कारण घरों से निकलने से भी परहेज किया। तो कई लोग गले में मफलर, रूमाल व पट्टी आदि पहन कर घरों से बाहर निकले। अलग—अलग क्षेत्रों से चाइनीज मांझे के कारण राहगीरों के घायल होने की खबरे भी आती रही। वहीं इन घटनाओ की जिम्मेदार सिर्फ पुलिस—प्रशासन ही नही वह लोग भी है जो चाइनीज मांझे की बिक्री और उनका जमकर इस्तेमाल करते हैं।
चाईनीज मांझे से कटी अधेड़ की गर्दन
हरिद्वार।
मांझे की चपेट में आने से एक 50 वर्षीय अधेड की गर्दन कट गई। वह लहूलुहान हालात में जमीन कर गिर गया। जिसके बाद उसको अस्पताल लें जाया गया। जहां हालात गंभीर होने के कारण उसको हायर सेंटर रेफर कर दिया।
घटना कोतवाली ज्वालापुर के धीरवाली क्षेत्र की है। 50 वर्षीय नजीबाबाद बिजनौर निवासी नरेश कुमार सिडकुल की कम्पनी में काम करते हैं। वह ज्वालापुर के धीरवाली में किराय के मकान पर रहते हैं। बसंत पंचमी के दौरान वह किसी काम से घर से निकले थें। इसी बीच मांझे की चपेट में आने से उनकी गर्दन कट गई और वह गंभीर रूप से घायल हो कर गिर गए। जिसके बाद राहगीरों ने मामले की सूचना पुलिस को दीं। जिसके बाद घायल को अस्पताल लें जाया गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। वही पुलिस का कहना है कि नरेश का गला देशी मांझे से कटा है। चाइनीज से नही। इसके साथ ही कोतवाली ज्वालापुर के ही दुर्गा चौक के पास ऊंची सडक पर चाइनीज मांझे से एक राहगीर घायल हो गया।
-चाईनीज मांझे की चपेट में आकर युवक घायल
लक्सर।
नगर में फ्लाई ओवर ब्रिज पर चाइनीज मांझे की चपेट में आकर एक युवक लहूलुहान हो गया। राहगीरों ने नजदीक के अस्पताल में ले जाकर उसका उपचार कराया। चाइनीज मांझे पर पूर्ण पाबंदी लगाने में सरकार नाकाम साबित हो रही है।
क्षेत्र में कई वर्षों से लगातार चाइनीज मांझे की चपेट में आकर अभी तक कई क्षेत्रवासियों को भारी खामियांजा भुगतना पड$ा है। जिसका सिलसिला अभी भी जारी है। एक उदाहरण रविवार की दोपहर करीब एक बजे लक्सर के फ्लाईआेवर ब्रिज पर देखा गया। लक्सर नगर निवासी भूपेश किसी काम के सिलसिले में आेवर ब्रिज के ऊपर से गुजर रहा था। इसी दौरान वह धारदार चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया और मौके पर ही लहूलुहान हो गया। आसपास से गुजर रहे राहगीरों द्वारा उसे नजदीक स्थित एक अस्पताल में ले जाकर उसका उपचार कराया। वही क्षेत्रवासियों के मुताबिक पुलिस—प्रशासन या फिर सरकार चाइनीज मांझे की पूर्ण पाबंदी मे नाकाम रही। जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पडा।