हरिद्वार।
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर महिला दिवस के अवसर पर प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, इंकलाबी मजदूर केंद्र, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, राजा बिस्किट मजदूर संगठन ,परिवर्तन कामी छात्र संगठन, व संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा हरिद्वार आदि संगठनों द्वारा महिला विरोधी पूंजीवादी उपभोक्तावादी अश्लील संस्कृति का दहन का कार्यक्रम किया गया।
प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र की हरिद्वार सचिव दीपा व
इंकलाबी मजदूर केंद्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि 8 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर महिला के इतिहास को याद करने की जरूरत है। दुनिया के अंदर मजदूर महिलाओं ने समान काम का समान वेतन व वोट देने अधिकार आदि मांगों के लिए बड़े-बड़े आंदोलन किये है। अंत में पूजीपति वर्ग को अधिकार देने पडे़। समाजवादी क्रान्ति में महिलाओं की भूमिका अहम थी। सबसे पहले रूस में समाजवादी क्रान्ति होने के बाद महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिला। भारत में आजादी के आंदोलन में भगतसिंह और उनके साथियों के साथ दुर्गा भाभी, शिक्षा के लिए संघर्ष करने वाली सावित्री बाई फुले व तेलंगाना तथा तेलभागा में किसानों के आंदोलन में महिलाओं की कुर्बानियों को कौन भूल सकता है। आज दुनिया में समाजवाद किसी भी देश में नहीं है तो पूंजीपति वर्ग और ज्यादा हमलावर हो गया है। भारतीय शासक वर्ग का लगातार महिला विरोधी बयान बाजी करना आम बात है। यहां तक कि महिला मजदूरों को रात की पाली में काम कराने के कानून तक बना दिया गया है।
भेल मजदूर ट्रेड यूनियन (हरिद्वार), संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा, हरिद्वार व राजा मजदूर संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध के खिलाफ मजदूरों मेहनतकशों की एकता के दम पर खत्म किया जा सकता है। इस दौरान उपभोक्तावादी अश्लील संस्कृति का नाश हो। महिला हिंसा पर रोक लगाओं। अश्लील फिल्मों, गानों व विज्ञापनों पर रोक लगाओं। मुनाफे पर टीकी पूंजीवादी व्यवस्था का नाश हो आदि का पोस्टर आग में दहन किया गया।
कार्यक्रम में दर्जनों मजदूर व महिलाओं ने भागीदारी की।
5 मार्च को हरिद्वार सिडकुल में मैदान में अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर महिला दिवस विषय पर विचार गोष्ठी में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भागीदारी की। वही मंगलवार को सिडकुल हरिद्वार में सुबह राजा बिस्किट के संघर्षरत मजदूरों द्वारा अपने कम्पनी के गेट पर 8 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर महिला दिवस की पूर्व वेला पर एक सभा की गयी! इसमें बीएमटीयू व इमके के साथियों ने भी सभा में बात रखी।