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श्राद्ध कर्म से प्रसन्न होते हैं पितृ:श्रीमहंत रविंद्रपुरी

हरिद्वार।
अखिल भारतीय अखाड$ा परिषद के अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मनसा देवी चरण पादुका मंदिर के समीप घाट पर पितृ अमावस्या पर विशेष रूप से पूजा अर्चना की। श्रद्धालु भक्तों को पितृ अमावस्या का महत्व बताते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि पितृ अमावस्या पर पितृपक्ष में पितरों का पूजन और तर्पण किया जाता है। पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म से पितृ प्रसन्न होते हैं और परिवार को सुख—समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष के दौरान सभी पितृ पृथ्वी लोक पर वास करते हैं। आश्विन माह की अमावस्या तिथि को पितृ पक्ष का समापन होता है। जिसे सर्व पितृ अमावस्या कहा जाता है। पितृपक्ष के दिनों में लोग कई विशेष उपाय करके अपने पूर्वजों को प्रसन्न करते हैं। जिससे उनके घर में पितृ दोष न हो और सुख समृद्धि बनी रहे। उन्होंने बताया कि सर्व पितृ अमावस्या के दिन दीप दान और पिंड दान का बहुत महत्व है। सर्व पितृ अमावस्या के दिन जरूरतमंदों अथवा ब्राह्मणों को भोजन कराने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। पितरों के तर्पण के बाद पितृ अमावस्या पर गाय को हरा चारा या फिर पालक खिलाने से पूर्वजों को संतुष्टि प्राप्त होती है।

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