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यति नरसिंहानन्द गिरी ने की शंकराचार्यो को पत्र लिख कर विश्व धर्म संसद का मार्गदर्शन की प्रार्थना

हरिद्वार।
शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति  नरसिंहानन्द   गिरी महाराज ने मंगलवार को सर्वानंद घाट से चारो पीठो के शंकराचार्यो को पत्र लिख कर उनसे शिवशक्ति धाम डासना में 17,18,19,2 और 2१ दिसम्बर 2२४ को आयोजित होने वाली विश्व धर्म संसद का संरक्षण व मार्गदर्शन के करने की प्रार्थना की। उनसे इस महान कार्य मे यथोचित सहयोग करने का भी निवेदन किया। सर्वानंद घाट पर उनके साथ डा. उदिता त्यागी, यति राम स्वरूपानंद, यति नित्यानंद, यति निर्भयानंद, यति रणसिन्हानंद, यति यतींद्रानंद तथा अन्य उपस्थित थे। सर्वानंद घाट पर उन्होंने सर्वप्रथम माँ गंगा और महादेव की पूजा अर्चना करके सनातन धर्म के सभी शत्रुआे के समूल विनाश की कामना की।
चारो पीठो के शंकराचार्यों को पत्र में उन्होंने लिखा। कि आप सनातन धर्म के सबसे मजबूत स्तम्भ हैं और सबसे पवित्र परम्परा के वाहक भी। आज सनातन धर्म सम्पूर्ण विनाश के कगार पर है। यह सम्मेलन सफल होता है तो मानवता के साथ ही सनातन धर्म के बचने की राह प्रशस्त हो सकती है। आपश्री के चरणों मे मेरा विनम्र अनुरोध है कि एक महान ऐतिहासिक आयोजन में हमारे मुख्य संरक्षक व मार्गदर्शक बने और आयोजन में उपस्थिति के साथ ही हमारी आॢथक सहायता भी करने की पा करें ताकी यह आयोजन अपने उद्देश्यों में सफल हो सके। यह पत्र गोवर्धन पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज, श्रृंगेरी शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामी, ज्योतिर्मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज व द्वारका शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज को रजिस्टर्ड पोस्ट के द्वारा भेजे गए हैं। इसके बाद यह पत्र सभी अखाड$ो के आचार्य महामंडलेश्वर, अध्यक्ष, सचिव व महामंडलेश्वरों सहित सभी सनातनी धर्मगुरुओं को भेजे जायेगे।

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