हरिद्वार।
पति से विवाद होने पर अलग रह रही पूर्व भाजपा नेत्री के चरित्र पर लग रहे सवालिया निशान नए नहीं हैं। लगभग डेढ दशक पूर्व भी सिपाही के साथ अवैध संबंधों को लेकर चर्चाओं में रह चुकी है। हालांकि छात्र जीवन में नेत्री के सिपाही के साथ संबंध बन जाना भी सवालों के घेरे में था।
उल्लेखनीय है कि अपनी नाबालिक बेटी को दूसरे मर्दों के साथ संबंध बनाने को मजबूर करने वाली कलयुगी निर्दयी मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नाबालिक को हवस का शिकार बनाने वाले भी पुलिस के हत्थे चढ चुके हैं । पूर्व भाजपा नेत्री डेढ दशक पहले सिपाही से दोस्ती के बाद खुद हवस का शिकार बन चुकी थी। सिपाही के खिलाफ नेत्री ने मोर्चा खोलकर तत्कालीन प्रदेश पुलिस महानिदेशक से मिलकर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। थाना श्यामपुर में तैनात सिपाही का गैर जनपद में स्थानांतरण कर दिया गया था। हालांकि बाद में पीड़िता ने सिपाही के विरुद्ध कार्रवाई में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। मामला मीडिया की सुर्खियों में भी चला। छात्र जीवन से राजनीति में जुड़ने वाली नेत्री ने राष्ट्रीय पार्टी की महत्वपूर्ण विंग महिला मोर्चा के जिला अध्यक्ष तक पहुंचने का सफर कैसे तय किया इस पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। पूर्व भाजपा नेत्री की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को मिले नेत्री के मोबाइल फोन की डिटेल निकालने पर पार्टी से जुड़े बड़े नेताओं में खलबली मची हुई है। महिला नेत्री पर लगे आरोपों के बाद पार्टी ने निष्कासन की कार्रवाई एक साल पहले करने की बात कर पल्ला झाड लिया है। लंबे समय तक पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाली पूर्व भाजपा नेत्री को अपने साथ लेकर चलने वाले कुछ नेता अब बचते फिर रहे हैं। शादी के बाद पति से भी विवाद होने पर अलग रहने वाली पूर्व भाजपा नेत्री के दामन पर जो दाग लगे हैं उसने मां की ममता को भी कलंकित कर दिया है। बेटी की इज्जत बचाने के लिए ढाल बनकर खड़े होने वाली मां के रिश्ते को तार- तार कर दिया। अपनी नाबालिक बेटी को अपने दोस्तों को परोसने में जरा भी लज्जा नहीं आई। महिला नेत्री को उसके कर्मों का दंड तो न्यायपालिका से मिल ही जाएगा पर समाज में शायद ही कोई इज्जतदार परिवार उसे अपनी घर की चौखट में चढ$ने दे। राष्ट्रीय पार्टी से जुड$े होने पर पार्टी की छवि को भी कहीं न कहीं धूमिल करने का नुकसान झेलना पड$ेगा।