हरिद्वार।
हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अवैध खनन का मुद्दा संसद भवन के प्रश्नकाल के दौरान उठाया था। जिसमे उन्होंने हरिद्वार में किये जा रहे अवैध खनन पर भी चर्चा की थी। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवम हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत गंगा प्रेमी, पर्यावरण प्रेमियो के साथ ही उत्तराखंड वासियो के हीरो बन गए थे। वही प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था अपनी ही सरकार के खिलाफ अवैध खनन का मुद्दा हरिद्वार सांसद के द्वारा उठाया गया। उनके इस बयान पर सरकार का पक्ष रखते हुए उत्तराखंड के खनन सचिव द्वारा एक बयान भी जारी किया गया था जिसमें कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है प्रदेश में कहीं अवैध खनन नहीं होता लेकिन यह बात अब सत्य सत्य हो रही है के हरिद्वार सांसद ने गलत नहीं बोला था उन्होंने बिल्कुल सच कहा था। लेकिन खनन माफिया का गठजोड़ इतना हावी हुआ के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत भी चुप्पी साधकर एक तरफ हो गए। और हरिद्वार के भोगपुर में वाटर रीसायकल के नाम पर ली गई परमिशन की आड़ में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। सूत्रों की माने तो 10-10 लाख कुंतल की परमिशन पर डेढ़-डेढ़ करोड़ कुंतल से अधिक खनन सामग्री निकाल कर स्टोन क्रशरों में खनन सामग्री के पहाड़ जमा दिए गए है।