हरिद्वार।
भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) का तीन दिवसीय चिंतन शिविर वीआईपी घाट पर शुरू हो गया है। शिविर के दूसरे दिन कई प्रदेशो के किसानों उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल और पंजाब के सैकडो किसानों ने शिरकत की। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश प्रधान ने बताया कि शिविर के दूसरे दिन किसानों ने अपने अपने प्रदेशो मेंकिसानो के सामने आने वाली परेशानियो की जानकारी दी। जिन पर विस्तार से चर्चा की गई। किसानो की समस्या के निराकरण के लिए प्रदेशो के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर उनकी समस्याओं से अवगत कराया जाएगा। साथ ही समस्याओं के निराकरण की मांग की जाएगी। संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तराखण्ड प्रभारी रवि पंवार ने बताया कि आजाद करने में हम किसानों के पूर्वजों ने अपनी जान की कुर्बानियां दी है बदले में क्या मिला किसान त्रस्त व्यापारी मस्त व्यापारियों के लिए एमआरपी और किसान एसपी मांगने के लिए भी आंदोलन करना पड$ रहा है। क्यों सरकार किसानों के हक में नहीं है क्योंकि शायद डर है उन्हें किसानो की समृद्धि से कि अगर इस देश का किसान समृद्ध हो गया तो उसे देश से भ्रष्टाचार खत्म होने में समय नहीं लगेगा। कहा कि चिन्तन शिविर में रणनीति बनाई जा रही है जिसको लेकर पूरे देश में आंदोलन किए जाएंगे। कहा कि शिविर के दूसरे दिन कुछ निर्णय लिए गये है जिसमें सरकारी योजनाआें में बिचौलियों की भूमिका को तुरंत खत्म किया जाए, सरकार पहाड$ में जगह-जगह भंडारण की व्यवस्था होनी चाहिए, ढुलाई भत्ता दूर दराज के किसानों को मिलना चाहिए। 60 वर्ष से ऊपर के हर किसान को पेंशन की व्यवस्था करें सरकार। कृषि से संबंधित जो समझौता भारतीय सरकार अमेरिका के साथ करना चाहती है वह तुरंत निष्क्रिय हो।शिविर में मुख्यरूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश प्रधान राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव संजीव दांगी, राष्ट्रीय संरक्षक भूदेव प्रधान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनीश प्रधान राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय प्रभारी ईश्वर सिंह चहल, प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड रवि पंवार, प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश राजेंद्र सिंह, हरियाणा अध्यक्ष वेदपाल हुड्डा, पश्चिम प्रदेश अध्यक्ष दयाराम सिंह, प्रदेश संगठन महासचिव मुकेश बिष्ट, मंडल अध्यक्ष भूपेश चौधरी, जिला अध्यक्ष बिजनौर हेमेंद्र सिंह धनकड, कार्यकारी जिला अध्यक्ष प्रवेंद्र सिंह बालियान, मेरठ जिला अध्यक्ष प्रदीप फौजी, हरिद्वार जिला अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर, जिला अध्यक्ष देहरादून राज चौधरी, नैनीताल जिला अध्यक्ष राजेंद्र कांडपाल आदि सैकडो पदाधिकारी एवं किसान मौजूद रहे।