मां सरस्वती की आराधना का पर्व है: बसंत पंचमी:
हरिद्वार। श्री अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महंत महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि बसंत पंचमी को विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना का पर्व है। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी को मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। इसीलिए इस दिन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन नौनिहालों का विद्यारंभ संस्कार, बच्चों का यज्ञोपवीत संस्कार आदि कराने की परंपरा चली आ रही है। पूर्वांचल एवं बिहार में सरस्वती पूजन बड़े उत्सव के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है। विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। वहीं, श्री अवधूत मंडल आश्रम, बाबा हीरादास हनुमान मंदिर, सिंहद्वार ज्वालापुर हरिद्वार में भी बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजनोत्सव एवं महायज्ञ अनुष्ठान का बड़े और भव्य स्तर पर किया जाता है। आगामी बुधवार 14 फरवरी 2024 को सरस्वती पूजनोत्सव एवं महायज्ञ अनुष्ठान धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है।
तीर्थनगरी हरिद्वार में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर श्री अवधूत मंडल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर में महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव महाराज के सानिध्य में सरस्वती पूजनोत्सव एवं महायज्ञ अनुष्ठान का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर पूर्वांचल उत्थान संस्था के तत्वावधान में सरस्वती पूजा आयोजन समिति की आवश्यक बैठक, शुक्रवार , 26 जनवरी को श्री अवधूत मंडल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर सिंहद्वार ज्वालापुर हरिद्वार में बुलाई गई। बैठक के दौरान सर्वसम्मति से पूर्वांचल उत्थान संस्था के महासचिव बीएन राय को सरस्वती पूजा आयोजन समिति का अध्यक्ष चुना गया। वहीं कार्यक्रम को भव्य एवं शानदार तौर पर निर्णय लिया गया। इस मौके पर पूर्वांचल उत्थान संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पांडेय ने कहा कि बसंत पंचमी के पावन अवसर पर दिनांक 14 फरवरी 2024, दिन -बुधवार को चतुर्थ सरस्वती पूजनोत्सव एवं महायज्ञ अनुष्ठान कि आयोजन किया जा रहा है। महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में जनपद हरिद्वार में निवास करने वाले समस्त पूर्वांचल समाज के लोगों के जोड़ा जाएगा। यह पर्व हमारी धार्मिक आस्था के साथ अस्मिता से जूड़ा हुआ पर्व है। इसीलिए सभी लोगों को साथ लेकर भव्य तरीके से मनाया जाता है। स्थानीय लोग भी श्रद्धा और उल्लास के साथ कार्यक्रम में शामिल होते हैं। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्वांचल समाज के लोग तन- मन- धन से समर्पित होकर जुटते हैं। महासचिव बीएन राय ने कहा सरस्वती पूजा पूर्वांचल समाज की पहचान है और पूर्वांचल उत्थान संस्था सरस्वती पूजा के माध्यम से समाज को संगठित करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। विद्वान आचार्य भोगेन्द्र झा एवं पं विनय मिश्रा के द्वारा पूजन कार्य संपन्न होगा। बैठक में पूर्वांचल उत्थान संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पांडेय, महासचिव बीएन राय, सुनील सिंह, पंकज कुमार ओझा, प्रमोद यादव, रमेश कुमार, मिथलेश यादव, मंगल देव यादव, शिवकुमार पाठक, पं भोगेन्द्र झा, अनिल उपाध्याय, दीपक कुमार झा, अनिल झा, राधेश्याम यादव, वरूण शुक्ला, अबधेश झा, सोहन सिंह, कामेश्वर सिंह यादव सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें।