आज निकलेगी पिंकसिटी में गणगौर की पारंपरिक शाही सवारी पूरे ठाट-बाट और लवाजमे के साथ
जयपुर । आज पिंकसिटी में गणगौर की पारंपरिक शाही सवारी पूरे ठाट-बाट और लवाजमे के साथ निकलेगी शाम 4 से 5 बजे के बीच शाही सवारी त्रिपोलिया गेट के सिटी पैलेस से शुरू होगी और छोटी चौपड और गणगौरी बाजार से होते हुए तालकटोरा पहुंचेगी।
गणगौर की सवारी ने अपने पारंपरिक आकर्षण को बनाए रखा है जिसका पर्यटक और आगन्तुक आनंद लेंगे इस दौरान पारम्परिक नृत्य और कई तरह की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होंगी. जिनमें कच्ची घोड़ी, कालबेलिया, बहरूपिया, अलगोजा, गैर, चकरी शामिल हैं. जुलूस में तोप गाड़ी, सुसज्जित रथ, घोड़े और ऊंट भी शामिल होंगे।
राजस्थान में गणगौर पूजा पर महिलाएं शिव और गौरी की कृपा पाने के पूजा और व्रत करती है उत्तर भारत में ये त्यौहार खासा लोकप्रिय है. गणगौर चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर मनाया जाता है। गणगौर पूजा को अलग-अलग जगहों पर अलग अलग अवधि तक मनाया जाता है, कहीं 16 दिनों तक तो कहीं सिर्फ 3 दिनों तक 18 मार्च से शुरू होकर पूजा का मुहूर्त कल यानि कि 4 अप्रैल तक है.
गणगौर का व्रत ना सिर्फ सुहागिन महिलाएं बल्कि अविवाहित कन्याएं भी रखती हैं. महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए ये पूजा करती हैं तो वहीं कन्याएं अच्छे वर के लिये व्रत कर पूजा करती है. सुबह-सुबह स्नान कर महिलाएं पूजा के लिए पारंपरिक वेषभूषा में तैयार होती हैं और इस दिन विशेष रूप से उपवास करती है।