सिडकुल मैन्य. एसो. के सहयोग से उद्योगों को अप्रेंटिसशिप अधिनियम, एनएपीएस दिशा निर्देशों में हाल के संशोधनों के बारे में किया जागरूक
हरिद्वार।
युवाशक्ति फाउंडेशन ने सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के सहयोग से उद्योगों को अप्रेंटिसशिप अधिनियम, एनएपीएस दिशानिर्देशों में हाल के संशोधनों के बारे में जागरूक करने के लिए होटल याशैल में अप्रेंटिसशिप जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया है। प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना उद्योग को कुशल कार्यबल की आपूॢत के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है।
कार्यशाला को संयुक्त सचिव मयंक अग्रवाल ने संबोधित किया। निदेशक प्रशिक्षुता, कौशल विकास और प्रशिक्षण, उत्तराखंड अंकिता राणा, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) सतीश पंवार, निदेशक – प्रशिक्षण, युवाशक्ति फाउंडेशन (वाईएसएफ) ने आॢथक विकास और औपचारिक रोजगार पैदा करने के लिए मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया जैसी कई पहल की हैं। इन पहलों से कुशल कार्यबल की मांग में वृद्धि हुई है।
यह महसूस किया गया है कि प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना उद्योग को कुशल कार्यबल की आपूॢत के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है।
सरकार अप्रेंटिसशिप एक्ट में कई उद्योग अनुकूल संशोधन कर रही है। प्रशिक्षुता के तहत महिला उम्मीदवारों के पास आतिथ्य, यात्रा पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा, खुदरा, बैंङ्क्षकग और बीमा क्षेत्र जैसे सेवा क्षेत्र में भी बडा अवसर हैं। सरकार ने प्रशिक्षुता योजना के तहत डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) की शुरुआत की है। प्रशिक्षुता को महत्वाकांक्षी बनाने के लिए सरकार द्वारा बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया गया है। कार्यक्रम को हरेन्द्र गर्ग अध्यक्ष, सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड,गौतम कपूर महासचिव भगवानपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने कार्यशाला में भाग लिया और संबोधित किया। युवाशक्ति फाउंडेशन के निदेशक विक्रमादित्य पंवार ने कार्यशाला के आयोजन के लिएे प्रयास किए हैं। युवाशक्ति फाउंडेशन हरिद्वार शाखा प्रबंाक अमन ङ्क्षसह और श्वेता सिंह ने प्रशिक्षुता में हाल के परिवर्तनों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिष्ठानों के साथ समन्वय स्थापित करने का अच्छा प्रयास किया।