हरिद्वार।
नीति आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में की गई प्रगति की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके माध्यम से जो भी कार्यक्रम एवं योजनाएं संचालित हो रही है उनका सही आंकलन करते हुए पूर्ण जानकारी पोर्टल पर समय से फीड करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश करते हुए कहा कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए सही डाटा पोर्टल पर फीड कराए, डाटा में किसी भी प्रकार की कोई भिन्नता नहीं होनी चाहिए। आंकड़ों में भिन्नता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि महिलाओं एवं बच्चों के लिए संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का उन्हें हर हाल में उपलब्ध हो, उन्होंने कहा कि जनपद में कितने प्राइवेट प्रसव केंद्र है तथा कितने अल्ट्रासाउंड केंद्र है जिसके लिए उन्होंने पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अप्रैल से जून तक जन्मे मेल एवं फीमेल बच्चों की डाटा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय चिकित्सालय एवं प्राइवेट चिकित्सालयों में हुए संस्थागत प्रसव का डाटा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बाल विकास की समीक्षा के दौरान आंगनवाड़ी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का मेल—फीमेल डाटा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किराए के भवन पर संचालित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली, पानी, शौचालय की उपलब्धता के संबंध में सूची उपलब्ध कराए। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि छात्र एवं छात्राओं के लिए लाइब्रेरी एवं कंप्यूटर कक्ष बनाए, जिसमे कंप्यूटर का उपयोग छात्र एवं छात्राओं के माध्यम से हो अन्य किसी कर्मचारी द्वारा उसका उपयोग न किया जाए। कहा कि नीति आयोग के तहत उनके द्वार जो भी योजनाएं संचालित हो रही है उन योजनाओं का सफल क्रियान्वित करते हुए आम जनमानस को उन योजनाओं का लाभ समय से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। योजनाओं के संचालन में किसी भी प्रकार से कोई लापरवाही एवं कोई शिथिलता न बरती जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जो भी योजनाएं विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित हो रही है उनकी समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि निर्माणाधीन योजनाओं का कार्य गुणवत्ता के साथ समय से कराया जाए तथा जो धनराशि उन्हें स्वीकृत की गई है उसका तत्परता से व्यय करना सुनिश्चित करे। उन्होंने सिंचाई, लघु सिंचाई एवं खंड विकास अधिकारी बहादराबाद को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए उनके माध्यम से जो भी तालाब रिचार्ज पीट बनाए जाने के कार्य किए जा रहे है उससे शीघ्रता से पूर्ण करना सुनिश्चित करे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह, परियोजना निर्देशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला अर्थ संख्या आधिकारी नलिनी ध्यानी, खंड विकास अधिकारी बहादराबाद मानस मित्तल, खंड विकास अधिकारी रुडकी सुमन कोटियाल, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला कार्यक्रम बाल विकास अधिकारी सुलेखा सहगल, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।





















































