दबंगई: भाजपाईयों ने किया ईओ को बन्धक बनाने का प्रयास, गार्ड व महिला कर्मचारियों से अभद्रता
हरिद्वार।
शिवालिकनगर नगर पालिका से भाजपा भले सत्ता से बाहर हो गई हो, अधिशाषी अधिकारी पालिका का काम अपने स्तर पर देख रहे हों, लेकिन भाजपाईयों को यह रास नहीं आ रहा है। अपनी मर्जी से काम कराने का जनून भाजपाईयों को दबंगई करने पर मानों मजबूर कर रहा हो। ऐसा ही मामला हाल ही में प्रकाश में आया है, जब आदर्श आचार संहिता के बीच कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी मर्जी से काम न करने पर न केवल ईओ को बंधक बनाने का प्रयास किया बल्कि गार्ड व कर्मचारियों यहां तक कि महिला कर्मियों के साथ भी बदसलूकी की। कर्मचारियों द्वारा इस मामले में रानीपुर कोतवाली में तहरीर दी है। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। वहीं पालिका के सफाई व अन्य कर्मचारियों ने मुकदमा दर्जकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
शिवालिक नगर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुभाष चन्द्र के अनुसार आजकल निकाय चुनावों की निर्वाचक नामावली में नाम संशोधन का कार्य प्रदेश भर में जोर शोर से चल रहा है। इसी के तहत हम लोग आठ मई को अपने ऑफिस में काम कर रहे थे। एसडीएम सर ने बताया कि उन्हें कल अवकाश पर जाना है। इसलिए उन्होंने काम ज्यादा गति से करने को कहा था। ईओ केे मुताबिक उन्होंने एसडीएम के कहने पर रातभर उनके तहसील स्थित कार्यालय पर बैठकर काम किया। जिस पर उन्होंने कहा जो भी फाईल सुबह तक तैयार हो जाएंगी उन पर वे जाते हुए साईन कर जाएंगे। ईओ व स्टाफ ने फिर सुबह चार बजे से काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि लगभग ग्यारह बजे कुछ लोग पालिका आफिस आए तथा नवोदय नगर में उनके द्वारा लगवाई गई 12 स्ट्रीट लाइटों को लेकर आपत्ति जताई तथा कहा कि जहां हम कहेंगे काम वहीं होंगे। ईओ ने कहा कि पूरा शिवालिकनगर क्षेत्र उनके लिए समान है। हमने नवोदय नगर में उन क्षेत्रों में 12 लाइट लगवाई थी जहां आज तक स्ट्रीट लाईट थी ही नहीं। ईआे ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के बावजूद पांच लोग सीधे आफिस में घुस आए जब वह मतदाता सूची कार्य का निरीक्षण कर रहे थे। ये लोग पूरी अभद्रता के साथ कहां है ईआे, कहां है ईआे कहते हुए आए और उन्हें जबरन पकडक़र आफिस में ले गए और दरवाजा बंद करने लगे। इसका विरोध कर्मचारियों व महिला कर्मचारियां द्वारा किया गया। वही गार्ड भी मौके पर आ गया जबकि आरोपियो ने ईओ के कमरे का लाक लगा दिया। किसी तरह कार्यालय खुलने पर आरोपियों ने गार्ड के साथ मारपीट कर आफि स से बाहर निकलने पर निपटलेने की धमकि भी दी। ईओ सुभाष चन्द का कहना है कि इस मामले को उन्होंने ज्यादा गम्भीरता से नही लिया। लेकिन जैसे ही पालिका के अन्य कर्मचारियो व स्वच्छता कर्मचारियो को पता चला तो उन्होंने भारी आक्रोश व्यक्त किया। कुछ सफाई कर्मियों का यह भी कहना है कि भाजपा के कुछ कथित नेता उनके साथ अत्यंत अभद्र व्यवहार करते है तथा जाति सूचक व उन शब्दो का इस्तेमाल करते है जो वास्तव में कहे और लिखे भी नही जा सकते है। ईआे के मुताबिक इस मामले में रानीपुर कोतवाली में कर्मचारियो द्वारा तहरीर दी गई है। लेकिन सत्ता की हनक के चलते अभी तक आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज नही किया जा सका है। वहीं कर्मचारियो द्वारा चेतावनी दी गई है कि जब उनके मुख्य अधिकारी के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया गया है तो आम कर्मचारी के साथ यह लोग क्या व्यवहार करते होगे इसका अंदाज लगाया जा सकता है। कर्मचारियो ने आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई न होने पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी है। बताया जाता है कि जिन आरोपियो द्वारा ऑफिस में घुसकर यह सब कुछ किया गया उनमें कैलाश भण्डारी, अंशुल, गौरव गुर्जर, भाटी प्रमुख है। कैलाश भण्डारी वर्षो से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा के मीडिया प्रभारी व खास व्यक्ति है। इस विषय में पांच बार फोन करने पर भी राजीव शर्मा ने पूरी घंटी जाने के बाद भी फोन अटेंड नही किया।