हरिद्वार।
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने सीएसआर के अन्तर्गत जनपद में संचालित एवं प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी कम्पनियां कार्पोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी के अन्तर्गत (सीएसआर) एक-एक पैसा जनपद के विकास में सुनियोजित तरीके से लगाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सीएसआर के अन्तर्गत सभी कम्पनियां सुनियोजित तरीके से कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि विभिन्न क्षेत्रों एवं जनपद का कायाकल्प करने में आसानी हो।
बुधवार को समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि पिछड$े इलाके और जो दूरस्थ क्षेत्र है उनमें ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि अनियोजित एवं अव्यवस्थित ढंग से धनराशि का उपयोग कतई न किया जाये। जितनी भी सेक्टर है उन सभी में धन लगाने की आवशकता है। कहा कि जरूरी नहीं कि शिक्षा और स्वास्थ पर ही सीएसआर फंड का उपयोग किया जाए, साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप बना कर सूचनाएं का आदान प्रदान करे और उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभागों के साथ ही इंडस्ट्री की आेर से भी नोडल अधिकारी नियुक्त हो। जिलाधिकारी ने कतिपय कम्पनियों के प्रतिनिधियों द्वारा बैठक में प्रतिभाग न करने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उच्चाधिकारियों से पत्राचार करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अगली बैठक अतिशीघ्र बुलाने तथा सभी कम्पनियों के प्रतिनिधियों की शतप्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित कराने के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि सीएसआर मीटिंग की विभागीय प्रतिनिधियों के स्थान पर सक्षम अधिकारी पूरी तैयारियों एवं जानकारियों के साथ स्वयं प्रतिभाग करना सुनिश्चित करे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, डीडीआे वेदप्रकाश , सीईओ केके गुप्ता, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भण्डारी, जीएम सिडकुल उत्तम कुमार तिवारी, आरएम सिडकुल गिरधर रावत, डीपीओ सुलेखा सहगल, एडी मत्स्य विभाग गरिमा मिश्रा, एसीएमआे डा. अनिल वर्मा, आईटीसी, गोल्ड प्लस, हीरो एकम्स, पैनासोनिक, विप्रो, अंबुजा सीमेंट, एवरेस्ट, एसआई ग्लास उपस्थित रहे।