लक्सर।
भिक्कमपुर क्षेत्र स्थित स्टोन क्रेशर पर कार्यरत एक कर्मचारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी पर लटका मिला। घटना से आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों का हुजूम कोतवाली पहुंचा था। हत्या की आशंका जताकर आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर इंसाफ की मांग की। ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने की स्थिति में लक्सर में सड़क पर चक्का जाम किए जाने की चेतावनी दी है।
लक्सर कोतवाली क्षेत्र के भिक्कमपुर स्थित बालाजी स्टोन क्रेशर में कर्मचारी पंडितपुरी गांव निवासी जोनी पुत्र धीर सिंह स्टोन क्रेशर में ही देर रात फांसी पर लटका हुआ पाया गया। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सूचना मिलते ही पीड़ित पक्ष की ओर से करीब सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण लक्सर कोतवाली पहुंचे। परिजनो और ग्रामीणों द्वारा पुलिस के आत्महत्या संबंधित कथन का खंडन कर उसे हत्या करार दिया जा रहा है। मृतक के परिजनों के मुताबिक जोनी की हत्या या फिर आत्महत्या की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। रविवार की सुबह लक्सर कोतवाली पहुंचे मृतक के परिजनों और ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि उन्हें रात्रि के करीब दो बजे पुलिस द्वारा फांसी पर लटके युवक की सूचना दी गई थी। जबकि स्टोन क्रेशर के कैमरों को रात्रि 12 बजे ही बंद कर दिया गया था। इतना ही नही मृतक के परिजनों के मुताबिक पुलिस द्वारा उन्हेें पहले मृतक की सांस चलने का भी जिक्र किया गया था। जबकि बाद में उसे आत्महत्या बताया जा रहा है। उन्होने बताया कि करीब पांच वर्षों से बालाजी स्टोन क्रेशर पर कार्यरत जोनी किसी से कोई बैर भी नहीं रखता था। एसे में उन्होंने हत्या या फिर आत्महत्या के कारणों को लेकर स्टोन क्रेशर कर्मचारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने जोनी की हत्या का अंदेशा जताकर निष्पक्ष जांच और इंसाफ की मांग की है। आरोप है कि पुलिस द्वारा आत्महत्या करार देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के पश्चात उन्हें इसकी सूचना दी गई है। ग्रामीणों ने फिलहाल मुआवजे और इंसाफ की मांग की है। एसा न होने पर शव के अंतिम संस्कार का इनकार करते हुए लक्सर सहित रुड़की या हरिद्वार जाम लगाने और जिलाधिकारी आवास के समक्ष धरना देने की चेतावनी दी गई है। वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच शुरू कर दी गई है।