हरिद्वार।
हरिद्वार में कारिडोर योजना के लिए सर्वे पत्र के कारण व्यापारियों में भय का वातावरण बन गया है। जिससे हरिद्वार की राजनीति एक बार फिर चर्चाआें में आ गई है।
डीएम धीरेन्द्र सिंह गब्र्याल ने जारी अनुमति पत्र में मास्टर प्लानर व टीम लीडर सुमीत गुप्ता, डिजिटल डिजाइन एंड कन्सेल्टेंट पत्र में 21 जून के अंतर्गत कॉरिडोर परियोजना निर्माण हेतु ड्रोन एवं टोटल स्टेशन मशीन द्वारा टोपोग्राफिकल एंड ग्राउंड पेनिट्रेशन रडार सर्वे की अनुमति प्रदान किये जाने की अपेक्षा की गयी है। पत्र के सार्वजनिक होते ही कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ने स्थानीय विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विधायक जवाब दे कि जब कॉरिडोर योजना रोडी बेलवाला में शिफ्ट कर दी गई है तो बाजारों की नपाई का क्या औचित्य है। उन्होने कहा कि तहसीलदार की मध्यस्थता में सर्वे टीम द्वारा अनुमति पत्र दिखाया गया। लेकिन मौके से आज भी सर्वे टीम को वापिस भेज दिया गया और टीम को नपाई से पहले सर्वे टीम लीडर अपना पर्जेंटेशन दे। अनुमति पत्र के सर्वाजनिक होने से स्पष्ट है कि नगर विधाय और भाजपाई नेता व्यापरियों के साथ झल कर रहे हैं। इस बाबत टीम लीडर सुनीत गुप्ता ने बताया कि उनकी एजेंसी हरिद्वार में कॉरिडोर योजना को लेकर सर्वे कर रहे हैं ।