हरिद्वार।
एसएसपी अजय सिंह ने फेस-3 शिवालिक नगर में ’सीनियर सिटिजन फोरम’ की बैठक में प्रतिभाग किया और सीनियर सिटीजन से उनकी समस्याओं की जानकारी ली। सीनियर सिटीजन फोरम के अध्यक्ष सर्वेश गुप्ता ने एसएसपी एवं अन्य पुलिस अधिकारियों का स्वागत किया। बैठक में सीनियर सिटीजन श्रीमती रीता नायर ने समस्या की जानकारी देते हुए बताया घर के बगल में ऊंची ऊंची मंजिल के फ्लैट बनने से उनके घर में धूप नहीं आती। जिस कारण से उनके पति बीमार रहते हैं। एनके मिश्रा ने बताया कि कॉलोनी में खाली पड़े घरों में अक्सर अंधेरा रहने के कारण गलत लोग पाए जाते हैं। पुलिस को इसकी चेकिंग करनी चाहिए। मिलन प्रभात ने बताया कि कॉलोनी में पार्किंग की सुविधा ना होने से गाड़ियां आड़ी तिरछी खड़ी रहती है। एससी त्यागी ने बताया कि नई उम्र के बच्चे साईलेंसर निकालकर मोटरसाइकिल, स्कूटी आदि ज्यादा तेज गति से चलाते हैं। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अशोक मेहता ने बताया कि बहत से घरों में कोई नहीं रहता और सिडकुल बनने से आए मुजफ्फरनगर, बिजनौर एवं अन्य राज्यों के लोगों का सत्यापन किया जाए। पुलिस स्टाफ की कमी के कारण पुलिस यहां कम आती है। पुलिस गश्त बढ़ायी जाए। एमएस अग्रवाल ने कि कहा गया गाड़ी चेकिंग के दौरान बुजुर्गों को ओरिजिनल कागज लाने के लिए समय दिया जाना चाहिए। क्योंकि चोरी अथवा खो जाने के डर से बुजुर्ग अक्सर ओरिजिनल कागज गाड़ी में नहीं रखते। डीएन मिश्रा ने कहा कि पुलिस स्टाफ की कमी के कारण पुलिस वैन को सोसाइटी के समय-समय पर चक्कर लगाने चाहिए। मांगीलाल ने बताया कि क्षेत्र में एबीसीडी पार्क काफी बड़ा है और शाम के समय यहां कई आवारा किस्म के लड़के घूमते रहते हैं। साइलेंसर हटाकर तेज आवाज में गाड़ी चलाते हैं। उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एमके रैना ने बताया कि क्षेत्र में सड़कों पर कुछ स्पीड ब्रेकर डेंजरस है जो एक्सीडेंट रोकते नहीं बल्कि कराते हैं। सर्वे कराके ऐसे स्पीड ब्रेकर को ठीक कराया जाए। राकेश शर्मा ने बताया कि कॉलोनी में कभी-कभी दिन में एवं अक्सर शाम के समय कुछ बच्चे स्मोकिंग करते हैं और तेजी से नशे की तरफ झुक रहे हैं। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
समस्याओं को सुनकर एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि “पुलिस द्वारा अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। नशे की रोकथाम हेतु चौपाल कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसमें क्षेत्र के सबसे अधिक प्रभावित मोहल्ला, कस्बा, गांव आदि को चिन्हित करते हुए उसे सबसे पहले नशा मुक्त करने का टारगेट किया है। प्रेशर और तेज आवाज वाले साइलेंसर, नाबालिक बच्चों द्वारा गाड़ी चलाना आदि पर पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पूरे जनपद में जहां-जहां कैमरे लगे हैं। उनकी मैपिंग की जा रही है। उसकी जानकारी जल्दी ही दी जाएगी। ताकि आपको यह पता चल सके कि आपके पूरे कॉलोनी क्षेत्र में कहां-कहां पर कैमरे लगे हैं और कहां पर और अधिक कैमरे लगाए जाने आवश्यक है। स्पीड ब्रेकर के संदर्भ में संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित किया जाएगा। सीनियर सिटीजन की सुरक्षा एवं उनकी समस्याओं का समाधान पुलिस की प्राथमिकताओं में से एक है। बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए बने नए कानून के अंतर्गत तीन मुकदमे भी जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज कराए गए हैं। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तत्काल मदद हेतु ‘उत्तराखण्ड पुलिस एप‘ के कंटेंट ‘गौरा शक्ति‘ अथवा “सिनियर सिटिजन” से मदद ले सकते हैं। जिसमें एस.ओ.एस बटन के माध्यम से आपकी जीपीएस लोकेशन मिलने से यथाशीघ्र पुलिस आपके पास पहुंच जाएगी। इसके अतिरिक्त भी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप किसी भी पहर में मुझसे या संबंधित थानाध्यक्ष से मदद ले सकते हैं। बैठक के दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान, फोरम के अध्यक्ष सर्वेश गुप्ता एवं सेक्रेटरी पी.पी. धस्माना, रिटायर्ड सीओ जेपी जुयाल आदि अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।
फोटो नं.5-सीनियर सिटीजन के साथ बैठक में मौजूद एसएसपी व अन्य पुलिस अधिकारी