बुद्ध पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा स्नान
हरिद्वार।
बुद्ध पूर्णिमा (वैशाख पूर्णिमा) पर देशभर से आये लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा स्नान कर दान पुण्य किया। इस अवसर पर धर्म नगरी के आश्रमों मठों में भी धार्मिक आयोजनों का क्रम चलता रहा।
बुद्ध पुर्णिमा स्नान के लिए दो दिन पहले से ही हरिद्वार में श्रद्धालुओं का आगमन शुरु हो गया था। बृहस्पतिवार शाम तक ही नगर के आश्रम—मठ व होटल, धर्मशालायें पूरी तरह भर चुके थे। ऐसे में हजारों यात्रियों ने रेलवे स्टेशन परिसर व गंगा घाटों पर रात बिताई। पुलिस प्रशासन द्वारा पूरे मेला क्षेत्र को 7 जोन व 2 सेक्टरों में विभाजित कर पुलिस व अधिकारियों की तैनाती आधी रात से ही कर दी गई थी। सुबह पौ फटने से पूर्व ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाना शुरु कर दिया था। दिन चढ़ने के साथ साथ घाटों पर स्नानार्थियों की संख्या बढ़ने लगी थी। 1 बजे के बाद हरकी पैड़ी पर इतनी भीड़ उमड़ी थी कि पांव रखने की जगह नहीं थी। हरकी पैड़ी के अलावा श्रद्धालुओं ने मालवीय द्वीप, पंत द्वीप, कुशा घाट, हनुमान घाट, गऊ घाट, रामघाट, विष्णु घाट के अलावा मध्य हरिद्वार क्षेत्र के घाटों पर भी आस्था की डुबकी लगाई। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद दान पुण्य किया। बहुत से श्रद्धालुओं को गंगा घाटों पर भगवान सत्यनारायण की कथा व हवन यज्ञ आदि करते हुए देखा गया। हालंकि इस अवसर पर मुख्य रुप से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड के कुमाऊं व गढवाल मंडल के श्रद्धालुआें की संख्या सर्वाधिक रही। लेकिन चार धाम यात्रा के चलते महाराष्ट्र, गुजरात, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, बिहार सहित पश्चिम व दक्षिण के राज्यों क भी श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचे। देरशाम तक भी घाटों पर स्नान करने वालों का क्रम जारी था।