उत्तराखंड हरिद्वार

गौसेवा से पितृदोष समेत कुंडली के समस्त दोष दूर हो जाते हैं: पवनकृष्ण

हरिद्वार।
भारतमाता पुरम भूपतवाला में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शा ी ने भगवान की बाल लीला, पूतना वध, माखन चोरी लीला एवं गोवर्धन महोत्सव की कथा का श्रवण कराया। श्रद्धालुओं ने भगवान को 56 भोग अर्पित किए। श्रद्धालु भक्तों को गौसेवा का महत्व बताते हुए पंडित पवन कृष्ण शा ी ने बताया कि सनातन हिंदू धर्म में गाय को अत्यंत पूजनीय माना गया है। गाय में 3३ कोटि देवी देवताओं का वास है। गाय की सेवा से सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं। साथ ही परिवार को सुख—समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का लाभ मिलता है। बडे से बडे कष्ट सिर्फ गौमाता के पूजन से कट जाते हैं। उन्होंने कहा कि गौ सेवा से पितृदोष समेत कुंडली के समस्त दोष दूर हो जाते हैं। भगवान कृष्ण ने स्वयं गौसेवा कर सभी को गौसेवा का संदेश दिया है। जीवन में किसी भी तरह की परेशानी आ रही हो तो गौसेवा करने से सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी। इस अवसर पर मुख्य यजमान राम देवी गुप्ता, राम कुमार गुप्ता, रजनी कुरेले, राजीव कुरेले, रागनी गुप्ता, दीपक गुप्ता, नेहा गुप्ता, सुधीर गुप्ता, कल्पना गुप्ता, अजय गुप्ता, निम्मी गुप्ता, विजय गुप्ता, पुष्पादेवी कुरेले, अशोक कुरेले, शालिग्राम गुप्ता, रामकुमारी गुप्ता, संजीव कुमार गुप्ता, अंकिता गुप्ता, हरिमोहन बडोनिया, गीता बडोनिया, मुकुंदी लाल गुप्ता, मुनिदेवी गुप्ता, ार्मेंद्र गुप्ता, गायत्री गुप्ता, सुरेंद्र बल्यिया, सुनीता बल्यिया, पंडित प्रकाश चंद्र जोशी, पंडित मनोज कोठियाल आदि ने भागवत पूजन किया।

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