हरिद्वार/लक्सर।
शाम होने से लेकर सुबह तक लक्सर क्षेत्र के लगभग पूरे गंगा तटीय इलाके में खनन माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन कर चांदी काट रहे है। जबकि राजस्व प्रशासन व खनन विभाग की सुस्ती के चलते अवैध खनन होने के कारण सरकार को लाखों रुपए का चूना लग रहा है। हालांकि अवैध खनन की शिकायत किए जाने पर पुलिस अवैध खनन सामग्री से लदी कुछ ट्रैक्टर ट्राली पकड$कर अपने दामन पर भ्रष्टाचार का दाग लगने से बचा लेती है। तो वही खनन विभाग अधिकारी भी इक्का—दुक्का ट्रैक्टर ट्राली पकड$ कर अपने कार्य की इतिश्री कर देते है।
उल्लेखनीय है कि लक्सर क्षेत्र के समूचे गंगा तटीय क्षेत्र में शाम होने से लेकर सुबह सूरज उगने तक लगभग सैकड$ों ट्रैक्टर-ट्राली और करीब दर्जनभर जेसीबी के जरिए खनन माफियाओं द्वारा बेखौफ होकर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। जबकि कुछ दिन पूर्व अवैध खनन सामग्री से लदे वाहनों की चपेट में आने से कईं क्षेत्रवासियों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। परंतु इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन की नाक तले लगातार अवैध खनन का खेल जमकर हो रहा है। इसके सुबूत तस्वीरों के जरिए कैमरो में साफ देखे जा सकते है। अंधेरा होते ही लक्सर क्षेत्र के निहंदपुर सुठारी, टांडा महतौली सहित प्रतापपुर के अलावा आस—पास के कईं गांव में जेसीबी मशीनों के जरिए अवैध खनन धड़ल्ले से किया जाता है।
गौरतलब है कि सुबह पांच बजे अवैध खनन की गतिविधियों के साथ—साथ स्टोन क्रेशर में लाए जा रहे आरबीएम समेत रेत जैसे अवैध खनिज सामग्री और रास्तों पर दौडते मिले अवैध खनन सामग्री से लदी हुई ट्रैक्टर-ट्राली और डंपर वाहनों को जब मीडिया कर्मियों द्वारा अपने कैमरे में कैद कर लिया गया, तो मौके पर मौजूद खनन माफियाओं और उनके तमाम सूचना तंत्र में हड़कंप मच गया। आश्चर्य की बात यह है कि यदि राजस्व प्रशासन—पुलिस विभाग इसे लेकर सक्रिय है तो आखिरकार खनन माफियाओं द्वारा पुलिस—प्रशासन की नाक तले इस प्रकार खुलकर अवैध खनन को अंजाम कैसे दिया जा रहा है। पुलिस के सामने अवैध खनन सामग्री लेकर दौड रही ट्रैक्टर ट्रालियों की तस्वीरें गवाह हैं, जो पुलिस प्रशासन की नाकामी साबित कर रही है। हालांकि पुलिस आए दिन इक्का—दुक्का खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर अपने दामन पर भ्रष्टाचार का दाग लगने से तो बचा ही लेती है।
डीएम धीराज गब्र्याल का कहना है कि अवैध खनन को लेकर स्पष्ट प्रतिबंध है। और दूरभाष सहित सोशल मीडिया एवं अन्य जरिए प्राप्त सूचनाओं का संज्ञान लेकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की जाती है। इसके अलावा एसडीएम और तहसीलदारों को अवैध खनन में लिप्त खनन माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने का सख्त निर्देश दिया हुआ है। इसके अलावा एसएसपी अजय सिंह की मानें तो उनके मुताबिक अवैध खनन के अलावा वैध खनन भी होता है, जिसमें नियमानुसार खनन पट्टे आवंटित होते है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 दिनों के अंदर 19 ट्रैक्टर-ट्रालियां और तीन जेसीबी मशीनें अवैध खनन में सीज की गई है। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रशासन के साथ संयुक्त कार्यवाही में पुलिस अपनी भूमिका निभाती है। पुलिस अपने स्तर पर भी अवैध खनन की शिकायतो पर कार्यवाही कर रही है।