हरिद्वार।
हाईवे पर बंदरों का आतंक नजीबाबाद हरिद्वार हाईवे पर आने जाने वाले यात्री द्वारा हाईवे के किनारे बंदरों को खाद्य पदार्थ दिए जाना आम बात है, हाईवे से गुजरने वाले यात्रियों द्वारा खाद्य पदार्थ देकर अपने को पुण्य का भागी समझते हैं तथा एेसे ही यात्री वाहन वाले जाने अनजाने में कभी—कभी पाप के भागी बन जाते हैं। हाइवे से गुजरने वाले यात्री वाहन से यात्रा करने वाले यात्रियों द्वारा सड$क के किनारे बैठे बंदरों को केला,चना आदि खाद्य पदार्थ चलती गाडि$यों से फेंक देते हैं, तथा लालच में कई बार बंदर आने जाने वाले यात्री वाहन को देखकर हाईवे पर दौड$कर आ जाते हैं। कई बार वाहनों की चपेट में आकर चोटिल हो जाते हैं तथा कई बार अपनी जान गवा बैठते हैं। ऐसा ही हादसा रविवार को नजीबाबाद हरिद्वार हाईवे पर देखने को मिला जब कोई यात्री वाहन चलते हुए वाहन से बंदरों को खाद्य सामग्री फेंक कर चला गया, खाद्य सामग्री खाने के लालच में बंदरों का झुंड जैसे ही हाईवे पर आया पीछे से आ रहे तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आकर एक बंदर चोटिल होकर जंगल की आेर भाग गया बंदर के चोटिल होते ही बंदरों में आक्रोश भर गया, आक्रोशवश बंदर हाईवे के किनारे बैठकर आने जाने वाले यात्री वाहनों पर अपनी नजरें गड$ाए हुए बैठे थे। जैसे ही कोई यात्री वाहन हाईवे के किनारे रुकता बंदरों द्वारा खतरनाक गुस्सा जाहिर किया जा रहा था। जिसको देखते हुए यात्री वाहन वाले डर की वजह से बिना खाद्य पदार्थ दिए ही चलते वाहनों से दूर से फेंक कर जा रहे थे। वही वन्य जीव प्रेमी हरपाल सिंह, अकरम फारुकी, देशराज सिंह, रामपाल सिंह आदि क ा कहना है वन क्षेत्र में हाईवे के किनारे वन्य जीव जंतुआें को इस प्रकार से खाद्य सामग्री देना सरासर गलत है।