हरिद्वार।
समाजसेवी अश्वनी पाल ने ग्राम फेरूपुर में विकास के दावे किए। उन्होंने कहा कि यदि गांव की जनता उनकी धर्मपत्नी और उन्हें सेवा का मौका देती है तो सर्वप्रथम गांव को उत्तराखंड का सबसे स्वच्छ गांव बनाना, युवाओं के लिए खेल का मैदान सभी सरकारी सुविधाएं घर-घर पहुंचाना हर घर में महिलाओं की सुविधा के लिए शौचालय बनवाना फेरूपुर पंचायत घर को पूरी तरह डिजिटल बनाना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।
वही ग्राम अजीतपुर के प्रधान मायाराम कश्यप भी विकास के दावे के साथ एक बार फिर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत अजीतपुर गांव प्रधान को स्वच्छ गांव का राष्ट्रपति पुरस्कार भी इनके कार्यकाल में मिल चुका है।