भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विकास यात्रा पर गुरूकुल में कार्यक्रम आयोजित
हरिद्वार।
गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय में कल से एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम विज्ञान सर्वत्र पूज्यते का शुभारम्भ होने जा रहा है। भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विकास यात्रा को समझने के लिए एक सप्ताह के लिए यह आयोजन गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय के इतिहास विभाग सभागार में आयोजित किया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत विज्ञान सर्वत्र पूज्यते के नाम से साप्ताहिक विज्ञान महोत्सव का आयोजन होगा। इस आयोजन में भारतीय वैज्ञानिकों की विज्ञान के क्षेत्र में किए गये योगदान को विज्ञान प्रसार के माध्यम से आम जन मानस तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय देश का पहला एेसा विश्वविद्यालय है जिसने विज्ञान विषयों का अध्यापन हिन्दी भाषा में करने का काम प्रारम्भ किया था। इसी विश्वविद्यालय ने विज्ञान की पुस्तकों का हिन्दी भाषा में अनुवाद करने का कार्य भी किया था। विज्ञान सर्वत्र पूज्यते नाम से साप्ताहिक चलने वाले इस कार्यक्रम के लिए देश के 75 प्रतिष्ठित संस्थानों का चयन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया गया है। जिसमें गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय का चयन विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में इसके योगदान को देखते हुए किया गया है। विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के अन्तर्गत विज्ञान के क्षेत्र से जुड$े विशिष्ट विद्वानों के व्याख्यान,फिल्म शो, विज्ञान प्रदर्शिनी,साइंस, स्लोगन प्रतियोगिता, रंगोली, स्काई वाच जैसे कार्यक्रम सप्ताह भर आयोजित किए जाएंगे। इस कायक्र्रम में शहर के कई विद्यालय इसमें प्रतिभाग करेंगे। गुरुकुल काँगड$ी समविश्वविद्यालय में विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के स्थानीय समन्वयक डा. हेमवती नंदन ने बताया कि विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनमानस को भारत की गौरवशाली वैज्ञानिक परम्परा से अवगत कराना है, तथा इस आयोजन के माध्यम से वैज्ञानिक चेतना के प्रचार-प्रसार को भी बल मिलेगा। डा. हेमवती नन्दन ने बताया कि प्रगतिशील समाज और राष्ट्र के लिए नागरिकों के अंदर वैज्ञानिक चेतना और दृष्टि का होना आवश्यक है। इस प्रकार के कार्यक्रम अतीत और भविष्य के मय एक सेतु का निर्माण करने में सहायक होते हैं। विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. एलपी पुरोहित ने बताया कि एक सप्ताह तक चलने वाले विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान प्रसार और विज्ञान संचार को प्रभावी ढंग से आम जन मानस तक पहुँचाना है। उन्होंने बताया कि एक साप्ताहिक कार्यक्रम में कोई भी विद्यार्थी एवं आम जन प्रतिभाग कर कर सकता है। बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में डा. कला चन्द्र सैन, डायरेक्टर,वाडिया हिमालयन भूगर्भ विज्ञान संस्थान, देहरादून मुख्य अतिथि होंगे तथा उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. डीपी त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे। सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम में तीन पैकेज रखे गए है। जिसमें
पैकेज-1
दो दिन गुरुकुल में देख सकेंगे अन्तरिक्ष के खूबसूरत नजारे
गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय में एक सप्ताह तक चलने वाला विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम आरम्भ होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एरीज अन्तरिक्ष वेधशाला नैनीताल के सहयोग से दो दिन तक टेलीस्कोप के माध्यम से अन्तरिक्ष की खूबसूरत और रहस्यमयी दुनिया के नजारे देखने के लिए स्काई वाच का आयोजन किया जाएगा। हाई डेफिनेशन इमेज वाली टेलीस्कोप गुरुकुल काँगडी समविश्वविद्यालय में स्थापित की गयी हैं, जो 24—25 फरवरी की शाम यह आम नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेंगी। स्काई वाच के माध्यम से शहर के नागरिक और विद्यार्थी अन्तरिक्ष के खूबसूरत नजारे अपनी आंखों से देख सकेंगे।
पैकेज-2
प्रख्यात विज्ञान लेखक एवं संचारक देवेन्द्र मेवाड देंगे दो विशिष्ट व्याख्यान
विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम में देश के जाने—माने विज्ञान लेखक एवं विज्ञान संचारक देवेन्द्र मेवाड$ी विज्ञान प्रसार और विज्ञान चेतना पर आधारित दो विशिष्ट व्याखान प्रदान करेंगे। हाल ही में देवेन्द्र मेवाड को विज्ञान लेखन के लिए भारत सरकार का साहित्य अकादमी पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। विज्ञान पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका एक विशिष्ट स्थान हैं। विज्ञान विषयक लेखन के इतर उनके यात्रा वृतान्त की पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।
पैकेज- 3
प्रो. रमा जयासुंदर का मन्त्रों के प्रभाव पर होगा विशिष्ट व्याखान
एक सप्ताह तक चलने वाले विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम में एम्स नई दिल्ली की एनएमआर विभाग की प्रो. रमा जयासुंदर मन्त्र विज्ञान पर एक विशिष्ट व्याख्यान देंगी। अर्वाचीन और प्राचीन ज्ञान परम्परा के मध्य एक संवाद शृंखला में यह व्याख्यान एक बेहद रोचक व्याख्यान होगा। प्रो. रमा जया सुंदर न्युक्लिर मेगेटिक रिनोसेंस के क्षेत्र में अन्तरराष्ट्रीय ख्याति की विद्वान् हैं।