हरिद्वार

मातृसदन आश्रम में घुसा संदिग्ध मानसिक रोगी

– संदिग्ध महिला की नहीं हो पायी पहचान
– आश्रम संचालकों ने पूछताछ के बाद छोड़ा
–  सीसीटीवी फुटेज से की युवक की पहचान
– दोनों प्रकरणों में नहीं मिल पाया कोई षडयंत्र

हरिद्वार।
मातृ सदन आश्रम के संचालकों ने आश्रम में दो संदिग्धों के घुसने की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। पुलिस ने दोनों मामलों की जांच करने के बाद एक प्रकरण में घुसे युवक को मानसिक रोगी करार देते हुए मनोचिकित्सक से मेडिकल जांच भी कराई गई। महिला को आश्रम संचालकों ने पूछताछ के बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही छोड़ दिया। सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर युवक की पहचान कर उससे पूछताछ की गई। दोनों प्रकरणों में आश्रम के खिलाफ कोई षडयंत्र सामने नहीं आया।
मातृ सदन आश्रम के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती ने अगस्त माह में आश्रम में अलग—अलग दिन दो संदिग्ध लोगों के घुसने की जानकारी देते हुए इसके पीछे किसी का षडयंत्र करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को जानकारी दी थी। कनखल थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि आश्रम संचालक से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की गई। चौकी जगजीतपुर पुलिस ने आश्रम में पहुंच कर संदिग्ध युवक को चौकी लाया गया व पूछताछ की गई। बदहवास हालत में मिले संदिग्ध ने अपना नाम बबलू (24) पुत्र बैजनाथ निवासी जिला छपरा बिहार बताया। संदिग्ध मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हुआ। संदिग्ध ने यह भी बताया कि वह रात में पहले घाट व अन्य शेल्टर में सोकर जीवनयापन कर रहा था। पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक तेज बारिश होने के कारण वह आश्रम के पीछे स्थित कमरे में रात में सोने के लिए चले जाता था। दिन में इधर-उधर घूम कर मांग कर खाना खा लेता था। मातृ सदन के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला कि कांवड$ मेले के बाद से युवक यहां आसपास घूमता फिरता रहता है और दिमागी रूप से परेशान है। वह लोगों के घरों व दुकानों के आगे मांगकर अपना पेट भर रहा है।  काफी प्रयास के बाद भी परिवारजन के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। अभी तक किसी भी तरह की गतिविधी संदिग्ध प्रतीत नहीं हुई है। परिवार जनों के संबंध में फोटो बिहार व अन्य राज्यो में भेजकर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में मनोचिकित्सक राजीव रंजन तिवारी ने भी मेडिकल जांच के दौरान युवक की दिमागी हालत ठीक नहीं बताई गई है।
18 अगस्त को मातृ सदन आश्रम के क्लीनिक में एक महिला जिसकी उम्र लगभग 20 से 22 साल थी। जिसे आश्रम के ही किशन महाराज ने पूछताछ के बाद छोड दिया। आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक करने पर महिला के साथ एक लडका भी सीसीटीवी कैमरे में दिखा। एक षड्यंत्र के तहत आश्रम में घुस कर एक बड$ी वारदात देने के अंजाम देने आए थे। आश्रम में जब महिला को पकड$ा गया तो पुलिस को तत्काल कोई सूचना नहीं दी गई। जिस कारण महिला से पूछताछ नही हो पाई। सीसीटीवी कैमरे देखने से यह लग रहा है कि महिला व पुरुष प्रेमी जोड$े है। सुनसान रास्ते की तरफ टहलते हुए आश्रम तक पहुंचे हैं। आश्रम के लोगों ने महिला को पुलिस को बिना सूचना दिए छोडने पर लोगों की पहचान नहीं हुई है। फुटेज में युवक की पहचान सावन पुत्र सतीश निवासी जगजीतपुर अड्डा थाना कनखल के  रूप में हुई। पूछताछ में युवक ने बताया कि भैंस चरा रहा था। भैंस का बच्चा घूमते—घूमते आश्रम की तरफ आ गया था। युवक का शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया। पुलिस ने बताया कि दोनों प्रकरणों में कोई भी षडयंत्र सामने नहीं आया।

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