उत्तराखंड हरिद्वार

स्वयं सहायता समूहों ने कांवड मेला में की 41 लाख की बिक्री

हरिद्वार।
जनपद में दिनांक 11 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक चले प्रसिद्ध ‘कावड मेला’ के दौरान स्वयं सहायता समूहों ने अच्छा खासा कारोबार किया और अपनी आय में वृद्धि की, दिनांक 23 जुलाई 2025 तक सभी स्ऑल्स में कुल मिलाकर 41 लाख 57 हजार 500 (41,57,500) के लगभग बिकी की गई,

जनपद हरिद्वार के सभी 6 विकासखण्डों के 21 कलस्टर लेवल फेडरेशन (सी०एल०एफ०) के 33 से अधिक ग्राम संगठनों के 48 स्वयं सहायता समूहों द्वारा विभिन्न स्थानों पर कैंटीन, जुस, पानी, फल, वाय नाश्ता, भोजन, जूट और कपडे के बैग, कपडों, भोला कुर्ते और स्टॉल, कॉवड बनाने, आदि से सम्बन्धित स्टॉल लगाये गये।

लक्सर विकासखण्ड के अन्तर्गत आदर्श सी.एल एफ. के राधे-राधे ग्राम संगठन, ग्राम पंचायत अकोडा कलां के बेबी स्वयं सहायता समूह से करिश्मा द्वारा हर-की-पैडी पर घटाघर के निकट काँवंड बनाने की स्टॉल लगाई गई थी, इस क्षेत्र में दुकान मिलना आसान नहीं है, करिश्मा ने किराये पर, कावड मेला अवधि के लिए दुकान ली और उनकी काफी अच्छी बिकी हुई, उन्होंने कावड़ और उससे संबंधित अन्य वस्तुओं की बिक्री कर सबसे अधिक बिकी करने वाले स्वयं सहायता समूह/सदस्य के रूप में नाम दर्ज कराया, कांवड़ मेला अवधि में करिश्मा ने रू0 5,85,800/- की बिकी की।

लक्सर विकासखण्ड से ही एक अन्य सी.एल.एफ. प्रार्थना सी.एल.एफ. से हीरा ग्राम संगठन के एकता स्वयं सहायता समूह, ग्राम सीधडू से सरिता और रजनी ने भी हर-की-पैड़ी घंटाघर के निकट किराये पर दुकान लेकर भोले बाबा की ड्रेस की स्टॉल लगाई, सरिता ने रू0 3,49,600 और रजनी ने रू0 3,45,900/- की बिकी की और करिश्मा के बाद कमशः दुसरे और तीसरे नम्बर पर रही।

नारसन विकासखण्ड से राजकुमार स्वयं सहायता समूह, ग्राम थिथोला ने हैंडलूम वस्त्र और कॉवड मेला से संबंधित वस्त्रों की स्टॉल लगाई और रू0 1,73,500 की बिकी कर चौथे स्थान पर रहे।

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