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शिवलिक नगर नगर पालिका में सामने आया कुम्भ 2021 का घोटाला

कुम्भ 2021 के दौरान मस्टरोल के नाम पर भारी आर्थिक अनियमित्ता
-आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत पर फाईले सरकती रही लेकिन कार्रवाई सिफर
हरिद्वार।
शिवालिकनगर नगर पालिका में कुम्भ मेला 2२1 में सफाई कर्मचारियों को किये गए भुगतान के साक्ष्य शासन द्वारा बार बार मांगे जाने के बावजूद भी उपलब्ध नही कराए जा सकेे  । शासन द्वारा तत्कालीन पालिका अध्यक्ष को निर्देशित करने के दो वर्ष बीतने के बाद भी अध्यक्ष द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। जिसके चलते श्रमिकों के हक के पैसे में बडी बंदरबांट की आशंका से गुरेज नही है।
आरटीआई एक्टिविस्ट विकास तिवारी पुत्र अवधेश तिवारी ने सितंबर 2२४ में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल पर की गई। शिकायत के संदर्भ में उत्तराखंड शासन शहरी विकास अनुभाग से मिली जानकारी में बताया गया कि कुम्भ मेला 2२1 में सफाई कर्मचारियों को लेकर मांगी गई सूचना में सत्यापित मस्टरोल उपलब्ध कराया गया। जबकि मिलान के लिए अन्य कोई दस्तावेज जिसमें कर्मचारियों की बैंक डिटेल जिसमे श्रमिकों का भुगतान उनके खाते में किया गया हो उपलब्ध नही करायी। कुल 34  श्रमिक मस्टरोल के ईपीएफ के ईसीआर से मिलान में अंकित नही पाए गए। उक्त जांच आख्या के क्रम में शासन के पत्र द्वारा तत्कालीन अधिशासी अधिकारी नगर पालिका शिवालिक बलविंदर सिंह तथा सफाई निरीक्षक नगर निगम देहरादून को कारण बताआे नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर अपना लिखित अभिकथन उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिये गए थे। जो उनके द्वारा उपलब्ध कराया गया।
जिसके बाद पुन: शासन द्वारा कुंभ मेला 2२1 के अंतर्गत नगर पालिका परिषद शिवालिक नगर में सफाई व्यवस्था में अनियमितता के संबंध में नगर पालिका परिषद शिवालिक नगर में मैनपावर के रूप में कार्यरत श्रमिकों के ईपीएफ एवं ईसीआईसी इत्यादि की धनराशि के जमा अंतरण की पुष्टि करते हुए सुस्पष्ट संस्तुति सहित आख्या तत्काल शासन को उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया। शासन के उक्त निर्देशों के अनुपालन में उपमेला अधिकारी कुंभ मेला हरिद्वार ने  अवगत कराया गया कि अस्सिटेंट पीएफ कमिश्नर ने अपने पत्र में तथा क्षेत्रीय निदेशक राजस्व क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद गुजरात के द्वारा मेल आईडी द्वारा उपलब्ध कराई गई। आख्या शासन को उपलब्ध कराई गई पुन: उक्त आख्या स्पष्ट न होने के दृष्टिगत शासन द्वारा 13 मई 2२2 के द्वारा कुंभ मेला 2२1 के अंतर्गत नगर पालिका परिषद शिवालिक नगर की सफाई व्यवस्था में कार्यरत श्रमिकों का इपीएफ तथा ईसीआई सी का अंतरण हुआ है अथवा नहीं के संबंध में सुस्पष्ट आख्या उपलब्ध कराए जाने हेतु उपमेला अधिकारी कुंभ मेला 2२1 को निर्देशित किया गया। इसके बाद अधिशासी अधिकारी नगर पालिका शिवालिक नगर द्वारा आख्या उपलब्ध कराई गई, जिसमें उल्लेख किया गया कि 2२ श्रमिकों का नाम इपीएफ के ईसीआर तथा 56 श्रमिकों के नाम ईसीआईसी में अंकित नहीं पाए गए। उपमेला अधिकारी कुंभ मेला 2२1 द्वारा 3 मार्च 2२2 को उपलब्ध कराई गई आख्या पर सम्यक विचारों उपरांत आदेश दिया गया कि जिन श्रमिकों के इपीएफ तथा ईसीआरसी इत्यादि की धनराशि का अंतरण नहीं हुआ है। संबंधित फार्म से वसूल किए जाने हेतु मेला अधिकारी को मेल 2२1 एवं अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद शिवालिक नगर को निर्देशित किया गया था कि उक्त धनराशि का अंतरण नहीं किए जाने पर संबंधित फर्म को भविष्य के कुंभ शहरी विकास विभाग के कार्यों हेतु ब्लैक लिस्ट किए जाने के लिए मेला अधिकारी कुंभ मेला हरिद्वार तथा निदेशक शहरी विकास निदेशालय के स्तर से अग्रेषित कार्यवाही के निर्देश दिए गए।  अनियमितता के उत्तरदाई पूर्व अधिशासी अधिकारी बलविंदर सिंह के विरुद्ध संबंधित निकाय के अध्यक्ष के माध्यम से नियम अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने हेतु शहरी विकास निदेशालय के निदेशक को भी निर्देशित किया गया। बावजूद इसके तत्कालीन शिवालिक नगर पालिका परिषद नियुक्ति अध्यक्ष ने भी मामले में लापरवाही करते हुए आज तक भी कोई करवाई इस पर नहीं गई। पूरे प्रकरण में कहीं न कहीं भारी धनराशि के घोटाले की बू आ रही है।

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