हरिद्वार।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने ग्रामोत्थान परियोजना की मासिक समीक्षा बैठक ली। बैठक में ब्लाक और सीएलएफ स्टाफ के साथ संवाद कर विकासखंडों और सभी सीएलएफ में ग्रामोत्थान परियोजना के तहत किए गए कार्यों की प्रगति की विस्तार पूर्वक समीक्षा की गई। साथ ही अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ$ावा देने और महिलाआें को सशक्त बनाने के लिए योजनाआें का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सीडीआे ने स्टाफ से सीधे संवाद करते हुए उनकी उपलब्धियों, चुनौतियों और आगे की योजनाआें पर चर्चा की। जिसके बाद एक विशेष पहल के तहत सीडीआे ने पशु सखियों को किट वितरित की।
मंगलवार को विकास भवन रोशनाबाद में देर सायं मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने ग्रामोत्थान परियोजना की मासिक समीक्षा बैठक ली। बैठक में ग्रामोत्थान परियोजना से जुड$े विभिन्न पहलुआें की विस्तार से समीक्षा की गई। सीडीआे ने व्यवसायिक विकास और सीएलएफ का दस्तावेजीकरण सभी विकासखंडों में चल रहे उद्यमों के व्यवसाय की प्रगति पर चर्चा और सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) के दस्तावेजों को अद्यतन रखने और उनकी प्रगति का विश्लेषण किया गया। अल्ट्रा पुअर कार्यक्रम के तहत विशेष रूप से निर्धन वर्ग के लिए संचालित योजनाआें और उनके कार्यान्वयन, शेयर धन और बीआेडी (बोर्ड आफ डायरेक्टर्स) की बैठकों में बीआेडी बैठकों की फ्रीेंसी और उनमें लिए गए निर्णयों की गुणवत्ता का आंकलन किया गया। बैठक में एक विशेष पहल के तहत हाल ही में ऋषिकेश में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी पशु सखियों को सीडीआे ने किट वितरित की। किट वितरण का उद्देश्य पशु सखियों को अपने कार्य क्षेत्र में और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना था। सीडीआे ने पशु सखियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र में पशु डक्टरों के साथ समन्वय स्थापित करें और पशुआें से संबंधित समस्याआें का समाधान करें। उन्होंने पशु सखियों से फीडबैक भी लिया, जिसमें यह समझा गया कि वे इस किट का उपयोग अपने क्षेत्र में कैसे करेंगी और इसका क्या प्रभाव पड$ेगा। सीडीओ ने बैठक में उपस्थित फील्ड स्टाफ से सीधे संवाद कर उनके कार्यों का मूल्यांकन किया। उन्होंने स्टाफ से पूछा कि उन्होंने अपने क्षेत्रों में क्या—क्या कार्य किए हैं और उनकी प्रगति कैसी है। इसके अलावा सीडीओ ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि सभी स्टाफ अपने कार्यों को पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी को समय पर अपने निर्धारित लक्ष्य पूरे करने होंगे। बैठक में जिला परियोजना प्रबंधक ने जिले में चल रही ग्रामोत्थान परियोजना की प्रगति और फील्ड स्टाफ के कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में सभी विकासखंडों की गतिविधियों का विवरण, लक्ष्यों की प्राप्ति और परियोजना की चुनौतियों का उल्लेख किया गया। बैठक में सीडीआे ने उपस्थित अधिकारियों और स्टाफ को निर्देश दिए कि अपने कार्यों को समयबद्ध और जिम्मेदारीपूर्वक पूरा करें। ग्रामोत्थान परियोजना के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सामूहिक प्रयास करें। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ$ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।