हरिद्वार।
मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना जल जीवन मिशन की समीक्षा की तो उन्हें जल जीवन मिशन के कार्य में लगे कुछ ठेकेदारों द्वारा कार्यों में ढिलाई बरतने तथा गुणवत्ता के साथ समझौता करने जैसे प्रकरण सामने आये। इस पर उन्होंने जल संस्थान को जांच करने के निर्देश दिये, जिस पर तथ्य सही पाये गये। इसको देखते हुये जल जीवन मिशन के कार्यो में शिथिलता तथा गुणवत्ता जैसे कारणों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशों के क्रम में उत्तराखण्ड जल संस्थान हरिद्वार द्वारा एक ठेकेदार मै. रीधि इण्टरप्राईजेज मेरठ को ब्लैक लिस्ट किया तथा उसकी जमानत धनराशि को भी जफ्त कर लिया गया है। इसके साथ ही जल संस्थान द्वारा 1१ अन्य ठेकेदारों के विरूद्ध भी पैलेंटी लगाने की तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उत्तराखण्ड पेयजल निगम हरिद्वार तथा उत्तराखण्ड पेयजल निगम अमृत शाखा रूडकी को भी एेसे ठेकेदारों जो इस योजना में शिथिलता बरत रहे हैं तथा गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, को चिन्हित कर उनके विरूद्ध भी अविलम्ब कार्यवाही अमल में लाने के कडे निर्देश दिए हैं।