हरिद्वार।
भू व्यवसायों द्वारा लगातार जिला प्रशासन को राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। बिना प्राधिकरण की स्वीकृति के बिना मनमाने तरीके से कॉलोनीया काटकर बेची जा रही है।
एक और जहां हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष द्वारा प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले सभी अवैध वह बिना मानचित्र के बनाए जाने वाले कॉलोनी को चीज कर शहर और जिले को व्यवस्थित करने का प्रयास किया है वही प्राधिकरण की आंखों में धूल झोंक कर कई कॉलोनाइजर द्वारा नियमों को ताप पर रखकर कालोनिया काट कर बेची जा रही हैं। कुछ कॉलोनाइजर तो सीधा ही किसान से जमीन का इकरारनामा कर कॉलोनीया काटकर किसान के द्वारा ही खेती की भूमि पर रजिस्ट्री करवा रहे हैं। जबकि यह भूमि व्यावसायिक अथवा रिहायशी भी नहीं है। ऐसा ही एक मामला बढ़ेडी राजपूताना में आया है जहां करीब 20 से 25 बीघा जमीन पर बिना प्राधिकरण की स्वीकृति के बाउंड्री वॉल कर कॉलोनी बना दी गई है। उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण द्वारा बीते वर्ष की फरवरी माह में इस कॉलोनाइजर को नोटिस भी जारी किया गया था। बावजूद इसके धडल्ले से प्लाट बेचने का काम किया जा रहा है। जबकि एक वर्ष बीतने के पश्चात भी इस कॉलोनी का कोई मानचित्र प्राधिकरण द्वारा पास नहीं किया गया। इस संबंध में जब हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मामला मीडिया द्वारा संज्ञान में आया है जो प्राधिकरण की रुड़की शाखा को अग्रेषित किया गया है।