लक्सर।
मुंडाखेडा खुर्द गांव में पाइप लाइन घोटाले के आरोपित सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है। खानपुर विधायक की शिकायत पर जांच के बाद सीडीओ ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। उक्त मामले में लक्सर बीडीओ ने अभी तक कोतवाली में तहरीर नही दी है। इसीलिए आरोपितों के खिलाफ अग्रिम कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि मार्च 2001 से जून 2022 तक हरिद्वार में पंचायतों की बागडोर ग्राम्य विकास विभाग के पास थी। हाल ही में खानपुर विधायक ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि मुंडाखेडा खुर्द में मनरेगा से किसानों के खेत तक सिंचाई की पाइप लाइन डालने के काम में घोटाला हुआ है। सीडीओ के आदेश पर इसकी विभागीय जांच हुई, किंतु पता चला कि गांव में 22 किसानों के खेत तक पाइप लाइन डालने का पैसा खर्च दिखाया गया है। जबकि पाइपलाइन सिर्फ दो किसानों के खेत तक डाली हुई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सीडीओ ने घोटाले के आरोपित मनरेगा जेई, ग्राम विकास अधिकारी और रोजगार सेवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश बीडीओ लक्सर को दिए थे, किंतु आदेश के दो सप्ताह बाद भी मुकदमा दर्ज नही हो पाया है। बीडीओ पवन सैनी ने बताया कि अभी तक उक्त मामले में कोतवाली में तहरीर नही दी गई है। वही कोतवाली के एसएसआई अंकुर शर्मा का कहना है कि इस संबंध में कोई तहरीर अभी तक पुलिस को नही दी गई है। यदि तहरीर दी गई तो मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।