बहादराबाद।
अंधेरे का फायदा उठाकर लम्बे समय से क्षेत्र में स्थित एक अपार्टमेट, उसके परिसर में बने होटल और पौश कालोनी बहादराबाद के गटर के गंदे पानी को सिंचाई विभाग की गूल में डाला जा रहा है। यह मामला तब खुला जब स्थानीय निवासी सुबह 4 बजे घुमने निकले तो देखा की गटर का गन्दा पानी मोटर द्वारा सिंचाई की गूल में डाला जा रहा है। जिस की दुर्गंध दूर तक फैल रही थी। इस दुर्गंध को पहचानते हुए ग्रामीण जब रघुनाथ रेजीडेंसी के बाहर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि फार्चून होटल के द्वारा अंदर का दूषित पानी मोटर द्वारा सिंचाई विभाग के नाले में बहाया जा रहा है। जिसके कारण किसानों की खेती पर भी बुरा प्रभाव पड$ रहा है। यदि एेसा ही चलता रहा तो जल्दी इस क्षेत्र की भूमि बंजर भूमि में तब्दील हो जाएगी । इस सम्बन्ध में जब सम्बंधित अधिकारियों को सूचना दी गई तो अधिकारियो ने एक इस मामले में हीला हवाली करते हुए विभागीय अधिकारी एक-दूसरे पर बात डालते हुए नजर आए। एवं एक दुसरे की जिम्मेदारी बताते हुये बात टाल दी। इसकी सूचना जब सिंचाई विभाग के अधिकारी आेम जी गुप्ता को दी गई। उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। जिसके लिए क्षेत्र के उप राजस्व अधिकारी कुलदीप रावत को मौका मुआयना कर रिपोर्ट देने के लिए बोला गया है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विभाग इन रसूखदारो के खिलाफ कोई कार्यवाही करता है या नहीं, या फिर यह मान लिया जाए कि यह प्रकृति को दूषित करने वाला खेल संबंधित विभाग की देखरेख में ही चल रहा है। उल्लेखनीय है कि नजदीक ही बहादाबाद क्षेत्र का शमशान घाट भी इसी सिंचाई विभाग की गूल के किनारे पर है जहां आने वाले लोग इसी गूल में आने वाले गंगा जल से अपने हाथ पैर धोने के अलावा आचमन भी करते है। स्थानीय निवासियो का कहना है की सिंचाई के जल को दूषित करने वालो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिये।