धर्म हरिद्वार

भारतीय सभ्यता के व पहनकर मन्दिर आए महिलाएं: रविन्द्रपुरी

– महानिर्वाणी अखाडा की आेर से दक्ष प्रजापति मंदिर, नीलकंठ महादेव आेर टपकेश्वर महादेव मंदिर में में लागू की गई व्यवस्था
हरिद्वार।
दक्षिण भारत के मंदिरों में पूजा करने जाने के लिए हर किसी के लिए विशेष व धरण करने की परंपरा है। इसी क्रम में धर्मनगरी हरिद्वार में महानिर्वाणी अखाड$े के आधीन आने वाले दक्ष प्रजापति मंदिर, नीलकंठ महादेव आेर टपकेश्वर महादेव मंदिर में महिलाआें और युवतियों के कम कपड$े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। अखाड$े की आेर से महिलाआें और युवतियों से अपील की गई है कि अगर आप मंदिर पूजा पाठ के लिए आ रही है तो भारतीय सभ्यता के अनुसार कपड$े पहन कर आये ना कि कम कपडे पहन कर ताकि अन्य श्रद्धालुआें के लिए असहज की स्थिति ना हो।
महानिर्वाणी अखाड$े से संबंध दक्ष प्रजापति, नीलकंठ महादेव आेर टपकेश्वर मंदिर में अखाड$े की आेर से, मंदिर में आने वाली महिला श्रद्धालुआें से भारतीय सभ्यता के अनुरूप व पहन कर आने की अपील की गई है। इस विषय में जानकारी देते हुए महानिर्वाणी अखाड$े के सचिव और अखिल भारतीय अखाड$ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी ने बताया कि अखाड$े की आेर से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुआें से अपील की गई है कि देवाल एक आत्मरंजन का स्थान है ना कि मनोरंजन का। उनकी आेर से युवतियों आेर महिलाआें के साथ साथ उनके परिजनों से अपील की गई है कि महिलाएं कम से कम 8 प्रतिशत अंग ढक कर ही मंदिरों में आये। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत और महाराष्ट्र के मंदिरों में तो यह व्यवस्था पहले से ही लागू है अब यह व्यवस्था यहां भी लागू की जा रही है ताकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुआें को किसी असहज स्थिति का सामना ना करना पड$े।

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