उत्तराखंड राजनीति

क्या हरिद्वार के महानगर अध्यक्ष होंगे बीजेपी मे शामिल…?

 

हरिद्वार।

कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी की बीजेपी कार्यकर्त्ताओ और नेताओं के साथ नजदीकियो से हरिद्वार के कांग्रेस कार्यकर्त्ता पहले से ही असहज महसूस करते रहे है और अब एक फोटो से पुनः उनकी बीजेपी मे जाने की चर्चाओं क़ो हवा मिली है।
फोटो आरएसएस से जुड़े और शहर के जाने माने समाजसेवी व व्यवसाई जगदीश पाहवा के स्टेट्स ली गई है तथा सोशल मीडिया में तैर रही है।
फोटो जगदीश पाहवा के व्हाट्सअप स्टेटस पर लगे थी जिसका स्क्रीनशॉट लेकर किसी के द्वारा वाइरल किया गया है।फोटो मे वरिष्ठ आरएसएस कार्यकर्त्ता व सतपाल ब्रह्मचारी का एक साथ फोटो है तथा कमल का फूल व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बड़े फोटो है। बताया जा रहा है फोटो 6 जुलाई क़ो श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर लगाया गया है।
खास बात है कि महानगर कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले से सतपाल ब्रह्मचारी की बीजेपी मे जाने की चर्चा रही है। सतपाल ब्रह्मचारी का आरोप है कि कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओ ने मेरा साथ नहीं दिया और इसी कारण “मै” चुनाव हारा। जबकि कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्त्ताओ का आरोप है कि सतपाल ब्रह्मचारी ने हमेशा खुद क़ो कांग्रेस नेताओं/कार्यकर्ताओ से दूर रखा और प्रदेश नेताओं की गाड़ियों में बैठने व बीजेपी नेताओं के कहने के अनुसार काम करने के अलावा उन्होंने कोई काम नहीं किया तथा आम जनता व कांग्रेस कार्यकर्ताओ से उन्होंने कभी संवाद नहीं किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओ से वह इसलिए भी नाराजगी है क्योंकि अध्यक्ष बनने के बाद से सतपाल ब्रह्मचारी ने कोई कार्यक्रम नहीं किया बल्कि इसके उल्ट कार्यकर्ताओ से संवाद बिल्कुल बंद कर दिया व कांग्रेस क़ो अंबरीश कुमार गुट के हाथों में देने का काम किया। जिसने(अंबरीश गुट) हमेशा कांग्रेस संगठन से दुरी बनाये रखी व कांग्रेस संगठन के साथ कभी सहयोग नहीं किया, जिससे कांग्रेस कार्यकर्त्ता बहुत नाराज है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम ना छापने की बात कहते हुए बताया कि सतपाल जी या तो कांग्रेस संगठन पर ध्यान लगाए या बीजेपी में जाये, जिससे असमंजस की स्थिति साफ हो। इन नेता का कहना था कि जब से ब्रह्मचारी क़ो हरिद्वार संगठन के लिए खुली छूट मिली है तब से हरिद्वार कांग्रेस घर बैठी है तथा इस फोटो क़ो लेकर हरिद्वार में कांग्रेस की छवि और खराब हो रही है। इनका कहना है कि सतपाल ब्रह्मचारी साफ साफ बताये कि बीजेपी नेताओं के साथ बैठने व घूमने से वह कांग्रेस क़ो कैसे मजबूत करेंगे। साथ ही कहा कि 2003 से 2008 तक चेयरमैन रहते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के कार्यों क़ो अपना बताकर वह जनता से झूठा प्यार लेते आये है। अब उन्हें आरएसएस व कांग्रेस में से एक क़ो चुन लेना चाहिए।
ज्ञात रहे कि कुछ माह पहले कांग्रेस अध्यक्ष के आश्रम में आरएसएस की बैठक भी हुई थी जिसमे हरियाणा से लोग शामिल हुए थे।

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