कांग्रेस को चुनाव में आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए जहां भाजपा के इशारे पर फंड सीज कर दिया गया: विरेन्द्र रावत
हरिद्वार।
राजनीति में वास्तव में वैचारिक मत भिन्नता की लड$ाई होती है लेकिन मोदी सरकार विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस से मानो दुश्मनी की तरह व्यवहार करते हुए सियासी जंग लड$ रही है। एेसा कोई दिन नहीं रहा जब और चुनाव के वक्त केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर भाजपा के इशारे पर कांग्रेस के नेताओ पर दबाव बनाने के लिए नोटिस सम्मन भेजे जा रहे है। वही कांग्रेस को चुनाव में आॢथक रूप से कमजोर करने के लिए जहां भाजपा के इशारे पर कांग्रेस पार्टी का फंड सीज कर दिया गया। वहीं हजारों करोड रुपए के आईटी के नोटिस भी कांग्रेस नेताओ को भेजे गए। लेकिन कांग्रेस केवल अपने जुझारू और समर्पित कार्यकर्ताओ के बल पर जीत की पूरी उम्मीद के साथ मैदान में है। यह बात कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने लोकसभा क्षेत्र के लाल तप्पड में चुनाव कार्यालय उद्घाटन के दौरान कहीं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न गांव में लोगों से जनसंपर्क भी किया। कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास बलिदानों का इतिहास है, कांग्रेस के बडे—बडे नेताओ ने भारत को हर तरह से मजबूत बनाए रखने के लिए बलिदान दिए। श्रीमती इंदिरा गांधी राजीव गांधी किसके सबसे बड$े उदाहरण हो सकते हैं। लेकिन मोदी सरकार बलिदान देने वाले इस परिवार पर किस प्रकार की भाषा का प्रयोग करते हुए अपमानित करते हैं। वह सामान्य व्यक्ति भी नहीं कर सकता जबकि भाजपा के नेता स्वयं बताएं कि देश को आजाद करने और देश को हरित क्रांति, दुग्ध क्रांति कंप्यूटर क्रांति, औद्योगिक क्रांति, महिला जागरण, महिला सशक्तिकरण जैसे मजबूत स्तंभ किसने प्रदान किये जिन्हें आज भाजपा सरकार बेच रही है या बेचने की योजनाएं बना रही है।