ट्रेन से पानी भरने उतरी बच्ची परिजनों से बिछडी, कैसे कहां किस तरीके से पुलिस ने मिलाया बच्ची को परिजनों से
जीआरपी हरिद्वार ने मिलाई रेलवे स्टेशन पर परिजनों से बिछड$ी बच्ची
-हरिद्वार में ट्रेन उतरी थी पानी भरने, वापस ट्रेन में नहीं चढ पाने के कारण बिछड$ी गई थी परिजनों से
-रोडवेज बस चालक से जीआरपी ने संपर्क कर बच्ची को पहुंचाया सुरक्षित स्थान पर
हरिद्वार।
बुधवार को एक बालिका हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पानी भरने के लिए उतरी, लेकिन स्टेशन पर अधिक भीड होने के चलते वह वापस ट्रेन में नहीं चढ पाई। जिससे वह अपने परिजनों से बिछड गई। जिसके बाद जीआरपी की मदद से बच्ची परिजनों से मिल पाई। थानाध्यक्ष जीआरपी अनुज सिंह के मुताबिक बुधवार को 1१२ के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक बालिका अपने परिजनों से रेलवे स्टेशन से बिछुड गयी है। जिसके बाद जीआरपी ने मोबाइल पर संपर्क किया गया तो कलर अनंत विहार कालोनी थाना वारहद्वार जाजगीर नहला छत्तीसगढ निवासी टीकाराम ने बताया कि वह उजैन्नी एक्सप्रेस ट्रेन में देहरादून से मथुरा जा रहे थे। रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर उनकी पुत्री (नाबालिक) पानी भरने के लिए उतरी। जो स्टेशन पर अधिक भीड-भाड होने के कारण दोबारा ट्रेन में नही चढ पाई और ट्रेन चल दी। जिसके बाद इसकी सूचना 1१२ के माध्यम से पुलिस को दी। उक्त सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष ने बालिका की तलाश के लिए थानास्तर पर टीम का गठन कर तलाश शुरू कर दी। बालिका की रेलवे स्टेशन पर काफी तलाश की गई लेकिन टीम को कोई सफलता नही मिली। जिस पर अपर उपनिरीक्षक दीपक ध्यानी ने तत्काल रोडवेज बस अड्डे के पूछताछ केंद्र से हरिद्वार बस अड्डे से निकलने वाली सभी बसों के परिचालकों से उनके मोबाइल से संपर्क कर उक्त बालिका की फोटो एवं पहचान बताते हुए जानकारी प्राप्त की। करीब 15—2 बसों के परिचालकों से संपर्क करने के बाद हरिद्वार से मथुरा जाने वाली बस के परिचालक से वार्ता करने पर उक्त बालिका का बस में होना ज्ञात हुआ। जिसके बाद बस परिचालक को अपनी बस को नजदीकी थाने में ले जाकर उक्त बालिका को पुलिस के सुपुर्द करने के लिए निर्देशित किया गया। जिस पर बस परिचालक ने उक्त बालिका को थाना कोतवाली देहात जनपद बुलन्दशहर में ले जाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उक्त बालिका के परिजनों को थाना कोतवाली बुलंदशहर जाकर अपनी बालिका को सुपुर्दगी में लेने के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष अनुज सिंह, अपर उपनिरीक्षक दीपक ध्यानी, कांस्टेबल जोगेंद्र कुमार शामिल रहे।