हरिद्वरा/पथरी।
वर्तमान स्थिति में प्राथमिक विद्यालय महज कागजों में ही सीमट कर रह गये है। किसी विद्यालय में शिक्षक कम तो विद्यार्थी अधिक है, तो कही शिक्षक ही शिक्षक है, जहां विद्यार्थी नही है। एेसा ही एक मामला पथरी क्षेत्र के फेरुपुर-धनपुरा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। 30 मीटर की दूरी पर दो प्राथमिक विद्यालय है, जिनमें से एक विद्यालय में 24 पंजीकृत बच्चों पर 1 शिक्षक तैनात है, तो वही दूसरे विद्यालय में महज 4 पंजीकृत बच्चों पर 3 शिक्षक तैनात है।
धनपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक 24 पंजीकृत बच्चों पर पिछले 10 साल से मात्र एक ही शिक्षक तैनात है। जो की अक्सर सरकार की विभिन्न योजनाआें की डाक बनाने में ही व्यक्त रहते है। इस स्कूल में एक और विचित्र स्थिति यह है कि यहां पर कार्यरत भोजन माता के स्थान पर उनके पति स्कू ल में ड्यूटी करने आते है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद्र सैनी ने बताया कि उच्च अधिकारियों को इस संबंध में कई बार अवगत कराया गया है। परंतु स्टाफ की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। मानक के अनुसार यहां पर 8 शिक्षक होने जरूरी है। तो यही से मात्र 300 मीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय—2 फेरुपुर में महज 40 बच्चों पर 3 शिक्षक नियुक्त है। सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है। वही इस बावत सीईआे आशुतोष भंडारी से पूछा गया तो उन्होंने पूरे मामले से ही अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि कुछ लोगों के प्रमोशन हुए है, कुछ के स्थानातंरण हुए है। जिस कारण यह स्थिति बन गयी होगी, वह जल्द ही इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत करा समस्या का समाधान करा देंगे।