हरिद्वार।
देश के यशस्वी प्रधान मंत्री की पहल पर जहां भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण अयोध्या में किया जा रहा है, वही धर्म नगरी हरिद्वार में सबसे बड़े धार्मिक स्थल से महज कुछ सो मीटर की दूरी भीमगोडा स्थित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीला के का भवन के रामलीला भवन जो नगर निगम की करोड़ों रुपये की संपत्ति पर बैंकेट हाल चलाया जा रहा है। जिसके विरोध में स्थानीय लोगो ने भी धरने प्रदर्शन किए निगम से माफिया का कब्जा हटवाने की भी मांग की गई थी।

स्थानीय लोगों के दबाव में आकर बमुश्किल सिटी मजिस्ट्रेट ने करवाई तो की थी परंतु उसे कार्रवाई पर शक्ति ना होने के चलते रामलीला भवन आज भी माफिया के कब्जे में है यूं तो नगर निगम में हिंदूवादी भाजपा की ही सरकार काबिज है सबसे दिलचस्प बात यह है कि मेयर भी भाजपा का पार्षद भी भाजपा का विधायक भी भाजपा का सांसद भी भाजपा का मुख्यमंत्री भी भाजपा का सरकार भी भाजपा की लेकिन मजबूरी यह है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के रामलीला भवन में बैंकट हॉल चलाने वाले भी भाजपा के ही कथित कार्यकर्ता है। और भाजपा के नेताओं के इशारे पर ही रामलीला भवन को बैंकट हॉल के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। जग जाहिर है कि शादियों का सीजन है और बैंक्वेट हॉल में शराब का प्रचलन एक सामान्य सी बात हैं। शादी समारोह में आने वाले बाराती भी गंदगी फैलाते हैं, जूते लेकर मंच पर भी चढ़ते हैं ऐसे में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राम लीला मंच की पवित्रता कितनी कायम रह जाती है। धर्मानगरी हरिद्वार में जहां लोग गंगा स्नान कर अपने पापों से मुक्ति पाए हैं ऐसे में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के रामलीला भवन बदहाल है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है जब इस कृत्य का विरोध किया जाता है तो विरोध करने वालों को धमकियां दी जाती हैं या कुछ छोटे गुंडो से पिटाई भी करवा दी जाती है। 
















































