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सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत ने अरणी मंथन के आध्यात्मिक महोत्सव का शुभारंभ साथ किया

हरिद्वार।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के आचार्य पीठ पर पदस्थापन के 25 वर्ष पूरे होने और श्री दत्त जयंती के अवसर पर कनखल स्थित श्री हरिहर आश्रम में आयोजित आध्यात्मिक महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत ने अरणी मंथन के साथ किया। इस अवसर पर जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज द्वारा रचित व प्रभात प्रकाशन नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित चार पुस्तकों स्तुति प्रकाश, स्तुति प्रवाह, पाथ टू डिवाइनिटी और टूवार्डस परफेक्शन का लोकार्पण किया गया और देश को स्वच्छ बनाने में सुलभ इंटरनेशनल के प्रयासों के लिए संस्था के प्रमुख दिलीप पाठक को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान आश्रम के मृत्युंजय मंडपम् में वैदिक सनातन धर्म में समष्टि कल्याण के सूत्र विषय पर धर्मसभा का आयोजन किया गया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख डा. मोहनराव भागवत ने समष्टि कल्याण में पृथ्वी के रक्षण और संवद्र्धन, प्राकृतिक संसाधनों के विवेक पूर्ण उपभोग, सतत विकास की अवधारणा एवं दान और त्याग की प्रवृत्तियों आदि सूत्रों की चर्चा करते हुए कहा कि ज्ञान आपके व्यवहार और चरित्र में अवतरित हो, तभी आप समाज के लिए आदर्श बन पायेंगे। गीता के ज्ञान की विवेचना करते हुए उन्होंने कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन जैसे अन्य दिव्य सूत्रों का रहस्योद्घाटन किया। योगगुरू स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि संपूर्ण धर्मों का निचोड$ सनातन धर्म में ही निहित है और आने वाले कुछ सालों में भारत आर्थिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामरिक शक्ति का केंद्र बन जाएगा। परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि हम भारतीयों के चरित्र में भौतिक बल के साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक बल भी हो। उन्होंने कहा कि भारत केवल भूमि का टुकड$ा नहीं बल्कि शांति की भूमि है। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण इस दशक की सबसे बड$ी उपलब्धि है। विशिष्ट अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सभा को सम्बोधित करते हुए संतों की विचारधारा को अग्रसारित करने के लिए साधकों का एवं सामाजिक बुराईयों के अंत के लिए संत समाज का आह्वान किया। कार्यक्रम में स्वामी माधवप्रिय दास, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि, हिन्दू धर्म आचार्य सभा के महासचिव स्वामी परमात्मानन्द, परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानन्द मुनि, स्वामी ब्रह्मेशानंद, सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, उत्तराखण्ड के नगर विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शक दिनेश चंद्र, दिव्य प्रेम मिशन के प्रमुख आशीष, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरि, प्रभु प्रेमी संघ की अध्यक्षा महामण्डलेश्वर स्वामी नैसर्गिका गिरि, महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द गिरि, महामण्डलेश्वर स्वामी अपूर्वानन्द गिरि, आश्रम के ट्रस्टीयों सहित देश—विदेश से बड$ी संख्या में पधारे श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।

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