हरिद्वार/ विकास तिवारी।
19 अप्रैल प्रथम चरण में संपन्न हुए मतदान के दिन मतदान के कम प्रतिशत ने सभी प्रत्याशियों को संशय में डाल दिया था। जिसको लेकर सभी दलों के अंदर गुटबाजी भी बताई जा रही थी। वहीं आज मतगणना के प्रारम्भ होते ही यह बात खुलकर सामने आ गई। जहां हरिद्वार लोकसभा 2024 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी द्वारा सबसे पहले खुले पोस्टल बैलेट के साथ ही बढ$त बनाने का सिलसिला शुरू हुआ वह बीच में घटता बढ़ता तो नजर आया पर एेसे निर्णायक गणित तक नहीं पहुंचा जो चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सके। बता दें की इस चुनाव में हरिद्वार नगर विधानसभा सीट पर सबसे कम मतदान दर्ज किया गया था। जिसके कारण शुरू से ये कयास लगाए जा रहे थे वोटर साइलेंट है, और यहां के परिणाम अप्रत्याशित हो सकते हैं। जो कि नगर के बूथों की ईवीएम की गिनती शुरू होते ही समझ में आ गया। हरिद्वार नगर के विभिन्न बूथों पर पड़े मतों में नब्बे प्रतिशत मत भाजपा के पक्ष में पड$े। यहां तक की उन बूथों पर कांग्रेस प्रत्याशी को उसका कैडर वोट भी नहीं पड$ा, जिन मौहल्ले और वार्डो में कांग्रेस का कैडर आज भी बताया जाता है। वह घर से वोट डालने निकला ही नहीं। इस बार कांग्रेस के कैडर वोट ने उदासीन रहना उचित समझा। जिससे कम मतदान प्रतिशत के बावजूद भाजपा के पक्ष में ऋषिकेश विधानसभा के बाद सबसे अधिक मतदान हरिद्वार नगर विधानसभा सीट पर ही पड$े।