Uncategorized

अभाविप के प्रांत अधिवेशन में पंच परिवर्तन पर हुई चर्चा

हरिद्वार।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उत्तराखण्ड प्रांत के 25 वें प्रांत अधिवेशन के द्वितीय दिवस पंच परिवर्तन विषय पर आयोजित  प्रथम सत्र का  शुभारंभ परिषद गीत से किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्षेत्र प्ररचारक पश्चिमी उत्तर प्रदेश महेंद्र जी ने पंच परिवर्तन विषय पर अपने वक्तव्य में कहा कि आज विकसित भारत की यात्रा में कुछ लोग रूकावट पैदा करने पर लगे हैं। ऐसे लोगों को समाज को चिन्हित करना चाहिए। कुटुंब व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि आज भारत में कुटुंब व्यवस्था समाप्ति की आेर है, जहां पहले बच्चे घरों में संस्कारित होते थे आज उन्हें संस्कारों के लिए स्कूल—कालेज के हवाले छोड$ दिया गया है। आज हमारे पास परिवारों में सामूहिक रूप से त्योहारों उत्सव मनाने का समय भी नहीं रह गया है। आज परिवारों में बुजुर्गों की देखभाल राष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया है। हमारी संस्कृति में वसुधैव कुटुंबकम के माध्यम से समाज में एक आत्मीयता का भाव था । पाश्चात्य संस्कृति के बढ$ते प्रभाव ने इससे धीरे-धीरे दूर कर दिया है। अगर भारतीय संस्कृति में कुटुंब परिवार समाप्त हो गया तो आत्मीयता और विश्वसनीयता का भाव खत्म हो जाएगा। घरों में संस्कार बने रहे तो इसी से व्यक्ति और समाज महान बनता है। साथ ही कहा कि पर्यावरण और जल संरक्षण पर हमें ध्यान देना चाहिए। इसके बाद प्रेमनगर आश्रम से हरकी पौड$ी तक शोभा यात्रा निकाली गई । जिसका जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
द्वितीय सत्र के रूप में हर की पौड$ी मालवीय दीप घाट पर खुला अधिवेशन आयोजित किया गया ।
मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री सुश्री रुक्षमा शर्मा ने कहा कि  विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता केवल छात्र राजनीति में ही नही ! बल्कि समाज की हर आवश्यकता में सक्रिय भूमिका से सेवा करता है। साथ ही कहा कि हमें जातिवाद को छोड$कर राष्ट्रवाद की आेर बढ$ना चाहिए। और सामाजिक समरसता को साथ में लेकर चलना चाहिए। प्रांत मंत्री ऋषभ रावत ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भू—कानून और मूल निवास 19६0 की मांग को पुरजोर तरीके से उठाते हुए सुचारू रूप से व्यवस्था और व्यवहार में लाने के लिए समाज में अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा। प्रांत मंत्री सौरभ जोशी ने कहा विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता होना गर्व कि बात है । हमें उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत की रक्षा करनी चाहिए। छात्र संघ अध्यक्ष अभिरुचि नौटियाल ने महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए कहा कि महिलाआें को सशक्त करने का मतलब महिलाआें को पुरुषों से आगे खड$ा करना कतई नहीं समझा जाना चाहिए बल्कि महिलाएं पुरुष के साथ कंधे से कंधा
मिलाकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका कैसे निभाए इसके प्रयास किया जाना चाहिए। श्रीनगर से आए जसवंत छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा कि हमें स्वदेश की भावना के साथ लोकल फार वोकल की आेर चलना चाहिए। हरिद्वार विभाग संयोजक विशाल  भारद्वाज ने पर्यावरण संरक्षण पर बोलते हुए कहा कि हमें प्रकृति का संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सतत प्रयास करते रहना चाहिए।
अंजली चौहान ने नशे पर जागरूकता विषय पर कहा कि हमें नशे से बचना चाहिए। विद्यार्थी परिषद् समाज में नशे खिलाफ जागरूकता लाएगी। खुला अधिवेशन कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश भट्ट ने अध्यक्षीय भाषण देते हुए सबका धन्यवाद ज्ञापन किया। इस प्रांत अधिवेशन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश भर से 10 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम में एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री एस बालाकृष्ण, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा, क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री विपिन गुप्ता,प्रांत संगठन मंत्री आशीष सुंदरियाल, प्रांत मंत्री ऋषभ रावत, डा. ममता सिंह, डा. रमाकांत, डा. कौशल कुमार, डा. अनूप बहुखंडी, डा. ललित शर्मा, डा. चर्चित बालियन, हरीश जोशी, विशाल भारद्वाज, साक्षी सिंह,शिखा शर्मा, ईशा शर्मा, विमल भट्ट सौरभ शर्मा, आदि उपस्थित रहे।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *