-गाजीपुर थाने में दर्ज था अपहरण का मुकदमा
हरिद्वार।
रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में ऑपरेशन स्माइल टीम को लावारिस हालत में घूमते हुए मिली किशोरी से पूछताछ के बाद आखिर छह दिन बाद परिजनों को लापता बेटी मिल गई। परिजनों ने गाजीपुर थाना में किशोरी के अपहरण मुकदमा दर्ज कराया था। हरिद्वार पहुंचकर लापता बेटी के सकुशल मिल जाने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के गैस प्लांट के पास 19 नवंबर को ऑपरेशन स्माइल की टीम को एक किशोरी संदिग्ध अवस्था में लावारिस घूमते में मिली। संदेह होने पर टीम के सदस्यों ने किशोरी से पूछताछ की तो हकीकत सामने आई। वह परिजनों से नाराज होकर बिना बताए घर से आ गई थी। गाजीपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली किशोरी को स्माइल टीम ने बाल कल्याण समिति ने पेश कर उसके परिजनों से संपर्क साधने के प्रयास किए गए। गाजीपुर थाना पुलिस से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि बरामद किशोरी के परिजनों ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। किशोरी 16 नवंबर को सुबह घर से कोचिंग क्लास के लिए निकली थी। कोचिंग क्लास में न पहुंच कर देर रात तक भी घर न लौटी काफी तलाश करने के बाद न मिलने पर किशोरी के परिजनों ने पुलिस में तहरीर देकर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। गाजीपुर थाना पुलिस किशोरी की तलाश कर रही थी । अपरेशन स्माइल टीम से संपर्क होने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली। पुलिस किशोरी के परिजनों को लेकर हरिद्वार पहुंची। स्माइल टीम के सदस्यों ने बाल कल्याण समिति के समक्ष किशोरी के पिता की काउंसलिंग करवाने के बाद विधिक कार्रवाई करते हुए समिति के आदेश पर किशोरी को परिजनों को सौंप दिया। आपरेशन स्माइल टीम की किशोरी के परिजनों ने तहेदिल से शुक्रिया करते हुए अपनी बेटी को लेकर गाजीपुर रवाना हो गए।