कांग्रेस शासन काल में सरकार द्वारा जितने विकास कार्य हुए आज भी लोगों की निगाह में हैं: वीरेंद्र
हरिद्वार।
कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने आज हरिद्वार के विभिन्न बाजारों में जनसंपर्क कर लोगों से 19 अप्रैल को ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की तथा कांग्रेस को जिताने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा विकास की पक्षधर रही है। लेकिन विकास के नाम पर यदि विनाश की लीला रची जाती है तो कभी भी इसकी पक्षधर नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन काल में हरीश रावत सरकार द्वारा जितने विकास कार्य हुए आज भी लोगों की निगाह में हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 का अर्ध कुंभ इसका जवलंत उदाहरण हो सकता है, जिसके दर्जनो स्थाई विकास कार्य आम जनता के लिए न केवल अभी तक कार्य कर रहे हैं, बल्कि दशकों तक उनकी सेवाएं प्राप्त होती रहेगी। जबकि ठीक इसके विपरीत 2010 के कुंभ के दौरान 665 करोड़ से भी अधिक धन कुंभ के नाम पर हरिद्वार में आया लेकिन भाजपा नेता आज तक भी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि कौन सा ऐसा विकास कार्य उन्होंने कुंभ निधि से कराया जिसका लाभ आम जनता को मिल रहा हो अलबत्ता इस बाबत जब कभी पत्रकार भी पूछ लेते हैं तो भाजपा नेता ऑन की झल्लाहट का सामना उन्हें करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लक्सर वालावाली क्षेत्र में प्रतिवर्ष आने वाली भयंकर बाढ़ से निजात दिलाने का कार्य तटबंध निर्माण कराकर कांग्रेस शासन काल में ही हुआ ऐसे ही कई उदाहरण है जिनका लाभ आम जनता को वर्षों बरस मिलता रहेगा। उन्होंने यहां भी महंगाई बेरोजगारी और गरीबों की मसीहा कांग्रेस को बताते हुए मुख्य रूप से व्यापारियों के सामने आने वाली परेशानियों पर फोकस किया। उन्होंने इस बात की पुरजोर वकालत की तीर्थ का विकास होना चाहिए, लेकिन इसके लिए तीर्थ की मर्यादा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कांग्रेस के पांच मुख्य योगदान की जानकारी देते हुए बताया कि गंगा, सोलानी, बूढ़ी गंगा, मोहण्ड रौ, पथरी रौ में बाढ़ नियंत्रण के लिए तटबंधों का निर्माण करवाया और अर्धकुंभ का अत्यधिक सफल आयोजन हुआ। धर्मपुर, मध्य हरिद्वार शहर सहित कई क्षेत्रों में जल भराव की समस्या का समाधान किया। 78 गांवों में बोरवेल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाकर समस्या का निदान करवाया, जिनमें मंगलौर और पंचपुरी जैसे क्षेत्र भी सम्मिलित हैं। देहरादून-हरिद्वार-मुज्जफरनगर हाईवे, हरिद्वार-कनखल-लक्सर-पुरकाजी हाईवे का निर्माण करवाया तथा देहरादून सहित हरिद्वार के आंतरिक मार्गों को सुधारा और रानीपुर, बंदरजुड़, बिहारीगढ़ छकड़ा मोटर मार्ग को राज्य मोटर मार्ग के रूप में 13 पुलों के साथ निर्मित किया तथा हरिद्वार को दो भागों में बांटने वाली सोलानी नदी पर 8 पुलों का निर्माण करवाया। रानीपुर और भगवानपुर में सिडकुल अस्तित्व आए तथा लक्सर में बिरला टायर जैसी विशाल फैक्ट्री भी स्थापित हुई।