हरिद्वार।
महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यकारी अध्यक्ष अमन गर्ग ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि ऋषिकुल में भाजपा सरकार द्वारा नारी शक्ति वंदन का कार्यक्रम बडी बेशर्मी के द्वारा किया जा रहा है। एक ओर उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिल पा रहा, उसके माता पिता द्वारा वीआईपी का नाम बताने पर भी वीआईपी को सरकार कार्रवाई न कर बचा रही है। एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़े जिसमें 905 महिलाओं के साथ कुकर्म के मामले व 778 अपरहण के मामले दर्ज हैं जो कि एक वर्ष में 26 प्रतिशत बढा है जो भाजपा के नारी शक्ति वंदन को मुंह चिढा रहे हैं,वही दूसरी ओर अभी 2 दिन पूर्व हरिद्वार में स्थित बैरागी कैैंप में 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाता है दुष्कर्म की पुष्टि भी होती है और इसके बाद जब कनखल थाने के आरोपी पर कार्यवाही की मांग कांग्रेस के कार्यकर्ताओ द्वारा की जाती है तो कनखल पुलिस द्वारा अज्ञात कांग्रेस कार्यकर्ताओ पर ही मुकदमें किए जाते है ये कैसा नारी वंदन, मुख्यमंत्री के आगमन की पूर्व संध्या पर सडकों का भराव ,रंगाई पुताई,सीवर लीकेज,पानी लीकेज सही की जाती है, जबकि रोजमर्रा में आमजन को सडक पर गड्ढों से दो—चार होना पडता है, एसा प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार लोगों के लिए नहीं वीआईपी मूवमेंट को लेकर गंभीर है।
नारी शक्ति की बात करने वाले पहले उत्तराखंड की बेटी अंकिता को दिलाए न्याय
हरिद्वार।
आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हरिद्वार के रोड शो और लगभग 1100 करोड की योजनाओं के शिलान्यास और नारी शक्ति महोत्सव में महिलाओं को सम्मान दिलाने की बात को कोरी घोषणाएं बताते हुए पहले उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की बात कही। पार्टी के पूर्व महानगर अयक्ष अनिल सती ने कहा की समान नागरिक संहिता लागू करने वाली सरकार प्रदेश में सशक्त भू कानून और मूल निवास जैसे मुद्दों पर चुप्पी साध लेती है। आज अंकिता भंडारी का परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहा है वही ाामी जी नारी शक्ति महोत्सव में महिला सम्मान की बात कर रहे हैं। अंकिता भंडारी के परिजन वीआईपी के नाम को उजागर कर रहे हैं बावजूद उसके ाामी सरकार वीआईपी का नाम सामने आने के बाद भी जांच नहीं कर रही है भाजपा की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। आज प्रदेश का बेरोजगार युवा सड़कों पर है। पेंशन बहाली की मांग को लेकर पूर्व कर्मचारी आंदोलनरत है। देहरादून में उपनल कर्मचारी अपनी मांग को लेकर सडक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेशवासी सशक्त भू कानून और मूल निवास 1950 लागू करने की मांग कर रहे हैं। किसानों की आय 2014 में दुगनी करने की बात कहकर मोदी जी सत्ता में आए थे आज एमएसपी की मांग को लेकर किसान दिल्ली नोएडा की सड़कों पर प्रदर्शन को मजबूर है। और केंद्र की मोदी सरकार सदन में 400 सीट जीतने का वादा कर रही है। हकीकत यह है कि एक अकेला सब पर भारी कहने वाले देश के यशस्वी प्राानमंत्री को 38 दलों का सहारा लेना पड रहा है। विपक्षी पार्टियों को अपने पक्ष में करने के लिए रेवडियों की तरह भारत रत्न बांटने को मजबूर है। पिछले 10 वर्षों का हिसाब देश की जनता मांग रही है। डबल इंजन सरकार को बताना चाहिए की 2 करोड रोजगार का क्या हुआ, काला धन कब आएगा, 100 स्मार्ट सिटी का क्या हुआ, बुलेट ट्रेन कहां तक चली किसानों की आय दुगनी क्यों नहीं हुई । एेसे कई मुद्दे हैं जिनको 2024 में जनता भाजपा को आईना दिखाने जा रही है।