हरिद्वार/ कालू वर्मा।
“रोड़ी बेल वाला पार्किंग के कर्मचारियों ने दिखाई गुंडागर्दी” जो यात्री पार्किंग वालों को महसूल नहीं देता उसके साथ की जाती है मारपीट राजनीतिक संरक्षण के चलते हालत यह है कि पिटा छिता यात्री जब मदद मांगने पुलिस के पास जाता है वहां भी वह अपने आप को बेबस और लाचार ही पाता है। क्योंकि यात्रियों के साथ मारपीट के मामले पार्किंग से ही नही बाजार और ट्रेवल एजेंसियों से भी आते है जहां यात्रियों के साथ ठगी ओर बदतमीजी की जाती है। लेकिन अधिकतर मामलों में यात्रीयो को डरा धमका कर दबाव बना कर भगा दिया जाता है। जब कोई बड़े रसूक वाला यात्री फस जाता है तब कही मामूली कारवाई की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात से देश भर में भृमण करने वाले यात्रियों को लेकर हमेशा संवेदनशील रहते है, फिर चाहे कोरोना काल मे फसे यात्रि रहे या 2013 आपदा में गुजरातियों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध कराई गई, है सभी के संज्ञान में है। बावजूद इसके भले ही इस घटना में मारपीट न हुई हो लेकिन कानून नही कहता कि किसी के ऊपर भी लाठी उठायी जाए।
गुजरात से आए हुए श्रद्धालु निकाल रहे थे शोभा यात्रा,रोड़ी बेल वाला पार्किंग के ठेकेदार व श्रद्धालुओं के बीच पार्किंग की पर्ची कटवाने को लेकर हुआ विवाद, ठेकेदार के कर्मचारियों ने लाठी डंडे लेकर चढ़ गए। इस बढ़ते विवाद को मौके से गुजरते राहगीरों ने बीच बचाव कराकर शांत कराया।
उल्लेखनीय है कि रोड़ी बेलवाला में पार्किंग ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा यात्रियों पर हमले की घटना नई नही है। पूर्व में भी यात्रियों से मारपीट के मामले सामने आते है। जिन्हें मार पीट के बाद या तो मोके पर ही सुलझाया जाता है या फिर चौकी में यात्रियों पर राजनैतिक दबाव बना कर मारपीट केमामले दबा दिए जाते है। जिसके चलते बाहर से आये यात्री पिट छिथ कर दुबारा हरिद्वार न आने की कसम खा कर वापस चले जाते है।