उत्तराखंड हरिद्वार

फैक्ट्री प्रबंधन के आगे प्रशासन अदना, 18वें दिन भी जारी रहा मजदूरों का धरना

लक्सर।
बीते 18 दिन से धरने पर बैठे कर्मचारियों को जब लक्सर स्तर के अधिकारियों से निराशा होने लगी तो अब उन्होंने न्याय के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाने का निर्णय लेकर प्रतिनिलधि मंडल बनाया। जिसकी भनक लगते ही लक्सर स्तर के अधिकारियो में खलबली मच गई। वह तुरंत उनसे वार्ता करने पहुंच गये। लेकिन जिन मांगो को लेकर कर्मचारी बीते 18 दिन से धरने पर बैठे है उन मांगो पर प्रशासन फै क्ट्री प्रबंधन के आगे अदना नजर आ रहा है। नतीजा वार्ता एक बार फि र विफ ल हो गई।
लक्सर के निकट स्थित टायर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा किए गए कुछ कर्मचारियों की बर्खास्तगी को लेकर और लंबित पे— एग्रीमेंट की मांग को लेकर कर्मचारियों द्वारा बीते 18 दिन से धरना दिया जा रहा है। शुक्रवार को कर्मचारियों द्वारा हरिद्वार पहुंचकर जिलाधिकारी व श्रम विभाग के अधिकारियों से मिलने की तैयारी की गई थी। लेकिन जानकारी मिलने पर श्रम अधिकारी, एसपी देहात दोपहर के समय धरना स्थल पर पहुंचे इसके बाद उन्होने कर्मचारियों की समस्याआें को सुना। जिसके बाद कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल 1१ लोग श्रम अधिकारी एसपी देहात की फैक्ट्री प्रबंधन के साथ एसडीएम कार्यालय में बैठक आयोजित हुई। जहां पर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को अधिकारियों के समक्ष रखा, शुक्रवार को भी कई घंटे चली वार्ता बेनतीजा रही।
इस मौके पर सत्यवीर चौधरी ने कहा कि फैक्ट्री द्वारा जिन तीन कर्मचारियों को टर्मिनेट किया गया है। उन्हें कंपनी को वापस लेना होगा। इसके अलावा उन्होंने एग्रीमेंट को भी सही समय पर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा। धरना समाप्त नही होगा। उनका कहना था कि आगामी 7 अप्रैल को मामले के निपटारे के लिए महापंचायत आयोजित की जाएगी। अगर तब भी मामले का निपटारा नही हुआ तो धरना लगातार जारी रहेगा। इस मौके पर अशोक कुमार, चौधरी सुनील फौजी, मुनेश चौधरी, चौधरी धीर सिंह, सत्यवीर चौधरी, निशांत चौधरी, अंकित नागर, निर्दोष चौधरी, निशांत उर्फ निशु, महकार सिंह, बिजेंदर सिंह, राजेश, अमित कुमार, आेमवीर सिंह, अक्षय कुमार, नितिन कुमार, शेर सिंह, धर्मेंद्र, तेजपाल, प्रवेश कुमार, अजय, संदीप चौधरी, अरविंद सिंह, धर्मवीर सिंह, मोहन कुमार, सचिन कुमार, राजेश कुमार, अनिल कुमार, अजीत सिंह, कप्तान, आजाद सिंह आदि हजारों कर्मचारी शामिल रहे।

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