लालढांग ।
हरिद्वार वन प्रभाग के झिलमिल झील रसियाबढ$ यूनिट वन कर्मचारियों और अधिकारियो को एक दिवसीय वनस्पति विज्ञान का प्रशिक्षण दिया गया। वनस्पति वैज्ञानिक प्रदीप वर्मा ने सभी ट्रेनियों को वनस्पति की विलुप्त होती प्रजातियों के विषय पर जानकारी दी। बताया कि आज वन क्षेत्र से बहुत सी वन की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर है। विलुप्त होती प्रजातियों में अमलतास, बरगद, पीपल आदि जंगल से गायब हो रहे है। जबकि इनका पशु और पक्षियों के जीवन में सबसे बड़ा योगदान् होता है। बरगद के पेड पर सैकड़ों जीवो का बसेरा और आजीविका निर्भर होती है। जिसके चलते प्राकृतिक असंतुलन बन रहा है। इन विलुप्त प्रजातियों की पहचान और संरक्षण जरूरी है। इस अवसर पर झिलमिल झील में बैटलेंड और बारहसिंगा के प्रवास और उससे जुड़ी कई जानकारियों को साझा किया गया। एक दिवसीय प्रशिक्षण में हरिद्वार वन प्रभाग के करीब 30 से ज्यादा कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण मे उप वन संरक्षक रुड़की सीवी जोशी, वन क्षेत्राधिकारी चिडियापुर हरीश गैरोला, वन दरोगा धर्मपाल रावत और वन कर्मचारी उपस्थित रहे।